Friday, December 19, 2025

एपस्टीन फाइल्स का खौफनाक सच! बिल गेट्स और गूगल फाउंडर समेत कई दिग्गजों की तस्वीरें लीक

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भोंपूराम खबरी। जेफरी एपस्टीन सेक्स स्कैंडल की जांच अब एक ऐसे निर्णायक मोड़ पर पहुँच गई है जिसने दुनिया के सबसे शक्तिशाली व्यक्तियों की रातों की नींद उड़ा दी है। अमेरिकी हाउस ओवरसाइट कमेटी के डेमोक्रेटिक सांसदों द्वारा जारी की गई 68 नई तस्वीरों ने इस काले साम्राज्य की परतों को एक बार फिर खोल दिया है। यह मामला केवल एक अपराधी की गतिविधियों तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि यह उन दिग्गजों के सामाजिक और पेशेवर नेटवर्क पर भी सवाल उठा रहा है जो सालों तक एपस्टीन के इर्द-गिर्द देखे गए।

वैश्विक दिग्गजों की विवादास्पद मौजूदगी

इन ताजा तस्वीरों में बिल गेट्स, गूगल के सर्गेई ब्रिन और मशहूर फिल्म निर्माता वुडी एलन जैसे नामों का होना इस बात की गंभीरता को बढ़ा देता है। गेट्स की मौजूदगी वाली तस्वीरों ने विशेष रूप से ध्यान खींचा है, क्योंकि यह पहली बार नहीं है जब उनका नाम इस प्रकरण में आया है। हालाँकि, कानून विशेषज्ञों का मानना है कि केवल तस्वीरों में दिखना किसी के अपराधी होने का प्रमाण नहीं है, लेकिन सार्वजनिक जीवन में शुचिता का दावा करने वाले इन चेहरों के लिए यह स्थिति किसी बड़े संकट से कम नहीं है।

लोलिता उपन्यास और भयावह संकेत

जारी की गई सामग्री में सबसे विचलित करने वाली तस्वीर उस महिला की है जिसके शरीर पर ‘लोलिता’ उपन्यास के अंश लिखे गए हैं। लोलिता, जो कि नाबालिगों के यौन शोषण पर आधारित एक विवादित कृति है, का इस संदर्भ में मिलना एपस्टीन के नेटवर्क की मानसिकता की ओर इशारा करता है। यह तस्वीर उस व्यवस्थित शोषण की पुष्टि करती प्रतीत होती है, जिसे एपस्टीन और उसकी सहयोगी घिसलीन मैक्सवेल ने वर्षों तक अंजाम दिया। यह न केवल अनैतिकता बल्कि एक गहरे मनोवैज्ञानिक अपराध का भी संकेत देती है।

मानव तस्करी का वित्तीय नेटवर्क

तस्वीरों के साथ सामने आए वॉट्सऐप चैट के स्क्रीनशॉट इस स्कैंडल के आपराधिक ढांचे को और मजबूती से पेश करते हैं। चैट में “फ्रेंड स्काउट” और “हर लड़की के लिए 1,000 डॉलर” जैसे शब्दों का इस्तेमाल यह साफ करता है कि महिलाओं और नाबालिगों को केवल एक वस्तु के रूप में देखा जा रहा था। प्रति लड़की भुगतान की बात सीधे तौर पर मानव तस्करी और देह व्यापार के संगठित तंत्र की ओर इशारा करती है, जिसमें ‘जे’ नामक रहस्यमयी पात्र की भूमिका संदिग्ध बनी हुई है।

मीडिया और बौद्धिक जगत की भूमिका

इस स्कैंडल की आंच अब पत्रकारिता और अकादमिक जगत तक भी पहुँच गई है। न्यूयॉर्क टाइम्स के स्तंभकार डेविड ब्रूक्स और दार्शनिक नोम चोम्स्की जैसे नामों का इस सूची में होना यह दर्शाता है कि एपस्टीन का प्रभाव कितना व्यापक था। न्यूयॉर्क टाइम्स ने हालांकि स्पष्ट किया है कि ब्रूक्स का संपर्क 2011 की एक घटना के बाद खत्म हो गया था, लेकिन सवाल यह बना हुआ है कि एपस्टीन के दोषी सिद्ध होने के बाद भी बौद्धिक जगत के लोग उसके साथ मंच साझा क्यों कर रहे थे।

राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप और भविष्य की राह

रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स के बीच इस मामले को लेकर जबरदस्त खींचतान चल रही है। जहां एक तरफ रिपब्लिकन सांसदों ने डेमोक्रेट्स पर चुनिंदा तरीके से तस्वीरें लीक करने का आरोप लगाया है, वहीं दूसरी ओर पूरा मामला अब अमेरिकी न्याय विभाग की फाइलों पर टिका है। उम्मीद की जा रही है कि न्याय विभाग द्वारा फाइलों के पूर्ण प्रकाशन के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि क्या इन शक्तिशाली लोगों ने एपस्टीन के अपराधों को जानते हुए भी अनदेखा किया या वे भी इस साजिश का हिस्सा थे।

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