

भोंपूराम खबरी,ऊधमसिंहनगर। एसएसपी मणिकांत मिश्रा के कुशल नेतृत्व में ऊधमसिंहनगर पुलिस ने एक बड़े ब्लैकमेलिंग रैकेट का खुलासा करते हुए एक शातिर महिला ठग को गिरफ्तार किया है, जो प्रेमजाल, शादी और पहचान की आड़ में लोगों से लाखों की ठगी करती थी। यह महिला अलग–अलग पहचान लेकर हाईप्रोफाइल और पेशेवर अंदाज में लोगों को फंसाकर ठगने और ब्लैकमेलिंग की वारदातों को अंजाम देती थी।

शिकायत से गिरफ्तारी तक: पूरा घटनाक्रम
6 जून 2025 को कोतवाली रुद्रपुर में दीपक कक्कड़ निवासी भूरारानी रोड, रुद्रपुर द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उक्त महिला को गिरफ्तार किया। शिकायतकर्ता के अनुसार, महिला ने खुद को अंकिता शर्मा बताकर हाईकोर्ट की एडवोकेट के रूप में प्रस्तुत किया और धीरे-धीरे चैटिंग के माध्यम से प्रेम जाल में फंसाया। इसके बाद दीपक से पांच लाख रुपये हड़प लिए और विवाह का नाटक कर घर में रहने लगी।
महिला ने दीपक पर मानसिक दबाव डालते हुए 30 लाख रुपये की मांग की और धमकी दी कि पैसे न देने पर वह खुदकुशी कर दीपक और उसके परिवार को झूठे केस में फंसा देगी। शक होने पर जब दीपक ने महिला की जांच कराई, तो सामने आया कि उसका असली नाम हीना रावत पुत्री बलवंत सिंह निवासी खरमासा कुंडेश्वरी, थाना काशीपुर है।
गिरफ्तारी और बरामदगी
6/7 जून की रात रुद्रपुर पुलिस ने अभियुक्ता हीना रावत को उदय होटल के पास से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के समय उसके पास से 50,000 रुपये की फिरौती की नकदी और एक फर्जी आधार कार्ड बरामद हुआ।
पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे
पुलिस पूछताछ में हीना रावत ने कबूला कि वह पहले से शादीशुदा है और उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के विभिन्न थानों में उसके खिलाफ डेढ़ दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। विदेश भागने की तैयारी में वह 30 लाख रुपये जुटाने की फिराक में थी। दीपक कक्कड़ को इसी उद्देश्य से फंसाया गया था।
लूट और ब्लैकमेलिंग के अलग-अलग तरीके
हीना रावत की कार्यप्रणाली बहुआयामी और सुनियोजित थी। वह कभी हाईकोर्ट की वकील, कभी ब्रांड एंबेसडर, तो कभी बिजनेस पार्टनर या सरकारी ठेकेदार बनकर लोगों को ठगती थी।