Sunday, June 29, 2025

इंडसइंड बैंक रुद्रपुर से फर्जी चैको के माध्यम से 29.5 करोड़ की धोखा धड़ी मामले में ऊधमसिंह नगर पुलिस के हाथ लगी बड़ी सफलता

Share

भोंपूराम खबरी। टेक्निकल-मैनुअल पुलिसिंग, देशभर में छापेमारी, सटीक सूचना से मिली सफलता गर्लफ्रेंड ने खोली पोल, पुलिस ने मुख्य अभियुक्त रामकुमार की गर्लफ्रेंड के जरिए रंगे हाथों पकड़ा। 25,000 का इनामी,हत्या समेत दो दर्जन अपराधों का हिस्ट्रीशीटर रामकुमार चढ़ा ऊधमसिंह नगर पुलिस के हत्थे।

विस्तार।

2 सितम्बर 2024 में रुद्रपुर इंडसइंड बैंक के NHAI के खाते से धोखा धड़ी और ठगी की एक ऐसी खबर सामने आई जिसने पूरे देश में सुर्खिया बटोरी. 29 करोड़ से ज्यादा की ठगी का ये मामला राष्ट्रीय स्तर का था जिसमें NHAI और CALA के अकाउंट से लगभग 29.5 करोड़ रूपये 28,29,30,31 अगस्त 2024 को फर्जी चेको के माध्यम से निकाले गए। एकाउंट्स में गड़बड़ी होने की जानकारी जैसे ही 2 सितम्बर को CALA अधिकारी कौस्तुभ मिश्रा को लगी उन्होंने घटना की सूचना तत्काल ऊधसिंह नगर पुलिस के आला अधिकारीयों को दी और ऊधम सिंह नगर पुलिस भी अलर्ट मोड पर आ गई। तत्कालीन एसएसपी नें जहाँ इसको लेकर 30 से अधिक पुलिस कर्मियों की एक SIT टीम गठित की जिसकी अगुवाई तत्कालीन आवास विकास चौकी इंचार्ज अरविन्द बहुगुणा द्वारा की गई। जाँच टीम द्वारा सबसे पहले बैंक मैनेजर देवेंद्र सिंह सहित एक महिला क्लर्क स्टॉफ को भी गिरफ्तार किया गया। सुरवाती जाँच में पुलिस नें बैंक मैनेजर और क्लर्क को गिरफ्तार किया, पर मामले में महिला क्लर्क की संलिप्तता ना मिलने के चलते उसे बाद में जाँच से बाहर कर दिया।

वहीं 5 सितम्बर 2024 को जिले की कमान एसएसपी मणिकांत मिश्रा को मिली तो इस घटना पर एसएसपी मणिकांत मिश्रा नें जाँच टीम को हर स्तर तक जाने के सख्त निर्देश दिए। पुलिस की जाँच में बैंक मैनेजर नें कई राज उगल दिए और इस घोटाले में उसके अलावा अन्य दो और व्यक्तियों के नाम उजागर हुए जिसमे से एक अभियुक्त ललित कुमार महेद्रु उर्फ लाली को 1 अक्टूबर 2024 को पुलिस नें पंजाब से गिरफ्तार किया और दूसरा मुख्य अभियुक्त जो इस धोखा धड़ी का मास्टर माइंड भी था रामकुमार उर्फ चेयरमैन को उधमसिंहनगर पुलिस ने इस सनसनीखेज बैंक गबन मामले में अप्रतिम साहस और सूझबूझ का परिचय देते 23 जून 2025 को हरियाणा के सोनीपत जिले से गिरफ्तार किया।

मास्टर माइंड नें उगला प्लान।

रामकुमार उर्फ चेयरमैन ने अपने संगठित अपराधी गिरोह के साथ मिलकर फर्जी चेकों का उपयोग कर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) और भूमि अधिग्रहण अधिकारी (CALA) के बैंक खातों से विभिन्न राज्यों में 29 करोड़ से अधिक रुपये की अवैध निकासी की। वहीं उसने ये भी बताया कि उनकी योजना लगभग 300 करोड़ रुपये की और धोखाधड़ी करने की थी, मास्टर माइंड इन 10 महीनों में प्रॉक्सी कॉल ( VPN ) के माध्यम से पुलिस से बचता जा रहा था। पर जाँच टीम की त्वरित और सजग कार्रवाई ने उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया।

गिरफ्तारी में अहम कड़ी यह रही कि पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी सरोगेसी के माध्यम से पिता बनने की योजना बना रहा है, वहीं उसकी गर्लफ्रेंड नें उसकी पोल खोल दी जिसके आधार पर उसकी लोकेशन का पता लगाकर उसे रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। पुलिस नें बताया आरोपी रामकुमार कोई सामान्य अपराधी नहीं है। वह दिल्ली और हरियाणा में हत्या, लूट, धोखाधड़ी आदि के 18 से अधिक मामलों में वांछित है। और वह पूर्व में अपने गांव की सहकारी समिति का चेयरमैन भी रह चुका है और एक हिस्ट्रीशीटर अपराधी है।

आरोपी महंगी जीवनशैली, अवैध संबंधों व अय्याशी का आदी है, और अक्सर ठिकाने बदलता रहता था। रामकुमार लगातार पुलिस से बचने के लिए अपना ठिकाना बदल रहा था। पुलिस को जब यह जानकारी मिली कि वह सरोगेसी के जरिए पिता बनने का प्रयास कर रहा है, तो इसी सूचना के आधार पर जाँच को आगे बढ़ाया गया और अंततः पुलिस ने उसे हरियाणा के सोनीपत क्षेत्र से सटीक और योजनाबद्ध कार्रवाई के तहत गिरफ्तार कर लिया।

इस पूरी कार्यवाही में निरीक्षक संजय पाठक – प्रभारी, SOG ऊधमसिंहनगर, उप निरीक्षक अरविंद बहुगुणा – विवेचक, थाना कुंडा, कांस्टेबल ललित कुमार, व कांस्टेबल गिरीश पाटनी की अहम भूमिका रही। वहीं एसएसपी मणिकांत मिश्रा नें अभियुक्त की गिरफ्तारी पर घोषित 25,000 रुपये के इनाम के अतिरिक्त, पुलिस टीम को 5,000 रुपये का अतिरिक्त पुरस्कार प्रदान किया।

Read more

Local News

Translate »