भोंपूराम खबरी,रुद्रपुर। आये दिन जिला और राज्य खेल प्रतियोगिता का आयोजन स्थल शहर का जिला स्पोर्ट्स स्टेडियम बदहाली से जूझ रहा है। स्टेडियम में ऐसी कई जगह है जहां की स्थिति काफी दयनीय है। मैदान में हर ओर बड़ी बड़ी झाड़ियाँ, भवन के पीछे फैली गंदगी और आये दिन यहाँ निकलने वाले सांप व विषकपड़ा जैसे जानवर स्टेडियम की जर्जरता को बताने के लिए काफी है।
क्षेत्र के आधार पर प्रदेश के सबसे बड़े मैदानों में से एक रुद्रपुर के जिला स्पोर्ट्स स्टेडियम को आदर्श स्टेडियम की तरह नहीं बल्कि मात्र कागजी खानापूर्ति के लिए बनाया जा रहा है। मैदान में हर ओर गन्दगी का साम्राज्य है तो साथ ही खेल से जुड़े संसाधनों में भी खामियां पाई जा रही है| भारत के सबसे लोकप्रिय खेल क्रिकेट की पिच और नेट प्रैक्टिस के लिए नेट क्षेत्र की अनदेखी भी क्रीड़ा विभाग द्वारा की जा रही है। करीब सोलह वर्ष पूर्व निर्मित इस स्टेडियम में एक भी क्रिकेट पिच ऐसी नहीं है जहां बिना मैट के मैच करवाए जा सके। इसके अलावा नेट प्रैक्टिस को बना एरीना भी बदहाली का शिकार है। नेट फट चुके हैं और हर ओर जंगली घास उगी हुई है। यही नहीं इस स्टेडियम में कांग्रेस शासनकाल में स्वीकृत चहारदीवारी आज तक निर्मित नहीं हो सकी है। इस कारण धाम ढलते ही यहाँ शराबियों और नशेड़ियों का भी जमावड़ा लग जाता है। हालाँकि जिला क्रीड़ा विभाग के अधिकारी कहते हैं कि विभाग को जितना बजट मिलता है उसमें स्टेडियम के विकास को यथासंभव कार्य किये जा रहे हैं।
बुधवार सुबह जब स्टेडियम से बाहर निकल रहे थे तो गेट पर लगभग पांच फिट लम्बा एक जहरीला सांप रेंग रहा था। वहां चीख-पुकार मच गयी जिसे सुनकर एक राहगीर ने उस सांप को डंडे से उठाकर सड़क के दूसरी और फेंका। ….. आर्यन कुमार,,, खिलाड़ी
फुटबॉल खेलते समय बॉल अक्सर झाड़ियों में चली जाती है। रेंगने वाले जानवरों का डर बना रहता है। विभाग ने यहाँ की लम्बी, जंगली और जहरीली घास साफ़ करने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाये हैं। ……… विनायक सूर्या ,,,फुटबॉल खिलाड़ी
शाम को यहाँ माहौल खराब हो जाता है। यहाँ तैनात गार्ड खिलाडियों से अभद्रता करते हैं। यही नहीं अराजक तत्व यहाँ शराब पीते हैं और विभाग के अधिकारियों का कोई नियंत्रण नहीं है। महिला खिलाड़ियों के लिए बड़ी समस्या है जो शाम को यहाँ प्रैक्टिस नहीं कर सकती। पृथा दुबे,,,,धावक