रुद्रपुर। सूबे में बीते चार साल से विकास थम चुका है और त्रिवेन्द्र सरकार जनता को शिक्षा, स्वास्थ्य, रोज़गार जैसी मूलभूत सुविधाएँ देने में असफल रही है। जनता अब कांग्रेस की ओर आशा भरी निगाहों से से देख रही है। साल 2022 के विधानसभा चुनाव में कार्यकर्ताओं के बल पर कांग्रेस सूबे में बहुमत से सरकार बनाएगी। यह बात कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेन्द्र यादव ने शहर में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में कही। इससे पूर्व प्रथम बार नगर पहुंचे यादव और उनके साथ अन्य नेताओं का कार्यकर्ताओं द्वारा अभूतपूर्व स्वागत किया गया।
सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में संगठन की एकजुटता पर बल दिया। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यादव ने कहा कि त्रिवेन्द्र सरकार का बीते चार साल का कार्यकाल निराशाजनक है। सूबे में न ही नए उद्योग आये और न ही युवाओं को रोजगार मिला। भाजपा सरकार बनने के बाद से ही राज्य की जनता सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि सुविधाओं से महरूम हो चुकी है। उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर भी प्रहार किया और कहा कि काले कृषि कानून लाकर देश के किसानों को बर्बाद करने की तैयारी चल रही है। उन्होंने भाजपा को कॉरपोरेट्स के इशारे पर चलने वाली पार्टी बताया। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने संगठन में एकता बरकरार रखने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता चुनावी तैयारी का आगाज कर दें और जी-जान से पार्टी के प्रचार-प्रसार में जुट जाएँ। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलक राज बेहड़ ने कहा कि कार्यकर्ता सम्मेलन में उमडी भीड़ इस बात का संकेत है कि कांग्रेस कार्यकर्ता जोश में है और जानता है कि सूबे में अगली सरकार कांग्रेस की ही बनेगी। उपनेता प्रतिपक्ष कारन माहरा ने कहा कि सूबे में नौकरशाही हावी है और जनता त्रस्त है। ऐसे में आम जनता समझ चुकी है कि राज्य में सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही सुशासन और विकास दे सकती है। इस दौरान आर्येन्द्र शर्मा, मनीष खंडूड़ी, पूर्व विधायक नारायण पाल, प्रेमानंद महाजन, कांग्रेस प्रदेश महासचिव हिमांशु गावा, हरीश पनेरू, जिलाध्यक्ष जीतेन्द्र शर्मा सोनू, जिला महामंत्री सुशील गावा, पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष संदीप चीमा, पुष्कर राज जैन, पूर्व पालिकाध्यक्षा मीना शर्मा, अनिल शर्मा, सुरेश गौरी, कामेश्वर जेटली, अभिषेक शुक्ला, व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय जुनेजा, युवा कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष विजय मंडल, गदरपुर अध्यक्ष मोहित कमांडो, किच्छा यूथ अध्य्क्ष रिजवान निक्की, बाजपुर युंका अध्यक्ष बब्बू सैफई, अभिजीत पाठक, मनीष गोस्वामी, चंद्रशेखर ओझा डब्ल्यू, गौरव खुराना, हरपिंदर सिंह, सौरभ शर्मा, जावेद अख्तर, राहुल बांगा, शुभम मेहरा, नीतीश सिंह, मेहबूब अंसारी, सतनाम सिंह, सोनू कोली, आनंद शर्मा, राकेश मंडल, प्रकाश अधिकारी, साधन मंडल, बिलाई विश्वास, मंटू विश्वास, राकेश यादव, रहीम अंसारी, गौतम घरामी, सूरज विश्वास, परशुराम, विकास विश्वास, पवित्र शील, आदि मौजूद थे।
प्रीतम सिंह ने बीच में छोड़ा भाषण
कार्यक्रम को संबोधित करते कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रीतम सिंह अव्यवस्था के चलते उखड गये और भाषण शुरू करने के मात्र एक मिनट बाद ही अपना संबोधन रोक दिया। दरअसल उत्साही कार्यकर्ता बार-बार नेताओं के साथ फोटो खिंचवाने मंच पर आ रहे थे और नेताओं को ढंग से अपनी बात कहने का मौका नहीं मिल रहा था। इसके अलावा प्रीतम सिंह कांग्रेस की गुटबाजी से भी परेशान नजर आये जब वक्ताओं के संबोधन के दौरान अलग-अलग स्थानों पर खड़े समर्थक अपने-अपने नेता के पक्ष में नारेबाज़ी करने लगते थे। कांग्रेस नगराध्यक्ष जगदीश तनेजा के कई बार आग्रह के बाद भी प्रीतम सिंह ने भाषण दोबारा शुरू नहीं किया।
पुलिस व्यवस्था रही चाक-चौबंद
कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान भारी संख्या में पुलिस तैनात रही। दरअसल कांग्रेस नेताओं ने सम्मेलन के बाद किसान कांग्रेस की ओर से आयोजित ट्रैक्टर रैली में भाग लेना था। कृषि क़ानूनों के खिलाफ प्रस्तावित इस रैली को लेकर पुलिस अधिकारियों को अंदेशा था कि नेता रैली मार्ग के अलावा कलक्ट्रेट कूच कर सकते हैं। किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए मौके पर लगभग सौ पुलिसकर्मी पहले से ही तैनात कर दिए गये। अभिसूचना इकाई के कर्मी भी सादी वर्दी में पल-पल की घटना पर निगाह बनाए रहे।
मंच पर बैठने की होड़ देख बेहड़ हुए नाराज
कार्यकर्ता सम्मेलन में नगर कांग्रेस के खराब प्रबंधन के चलते अव्यवस्था हावी रही। छोटे से मंच पर सामने की कुर्सियों पर बैठने के लिए नेताओं में भी होड़ दिखी। इसके बाद पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलक राज बेहड़ ने अपनी कुर्सी छोड़ने के साथ ही स्थानीय नेताओं को मंच पर बैठने के लिए आमंत्रित कर दिया। इसके बावजूद भी कार्यक्रम में अनुशासनहीनता बनी रही और नगराध्यक्ष जगदीश तनेजा माइक से शांति बनाए रखने की अपील करते रहे।