Wednesday, February 12, 2025

हिंसा में पुलिस कर्मियों की इन युवकों ने बचाई जान

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भोंपूराम खबरी,हल्द्वानी।  8 फरवरी को बनभूलपुरा के मलिक का बगीचा में अतिक्रमण ध्वस्त करने गई नगर निगम की टीम के साथ पुलिसफोर्स के जवान भी थे। अतिक्रमण ध्वस्तीकरण के दौरान हालात बिगड़ते बिगड़ते काबू से बाहर हो गए,भारी विरोध उग्र होता चला गया और देखते ही देखते हिंसा में बदल गया,विरोध कर रहे लोगों ने निगम और प्रशासन की टीम पर पथराव करना शुरू कर दिया। इसमें कई निगम कर्मी, मीडिया कर्मी और पुलिसकर्मी भी घायल हो गये। भारी पथराव और आगज़नी के बीच कई पुलिसकर्मी गलियों में फंस गये।

इस दौरान बनभूलपुरा के उक्त क्षेत्र की सड़कों पर ऐसा मंजर देखा गया जिसकी कल्पना भी नहीं की गई थी। हर तरफ से पत्थरों की बरसात और आगजनी के बीच फंसे पुलिस के जवानों, मीडिया कर्मियों को जान बचाना मुश्किल पड़ गया।

भीषण उपद्रव मचा रहे लोगों के बीच कुछ युवकों ने इंसानियत की मिसाल भी पेश की। गंभीर रूप से घायल हो गए कुछ पुलिसकर्मियों को एक घर में कुछ स्थानीय मुस्लिम युवकों ने सहारा दिया और बुरी तरह से घायल पुलिस कर्मियों के इलाज में जुटे रहे। साथ ही कई पुलिस महिला पुलिसकर्मियों को गुप्त तरीके से इस उपद्रव के दौरान इन युवकों ने हिंसा ग्रस्त क्षेत्र से निकालने में भी मदद की।

इसमें बनभूलपुरा थाने तैनात सब इंस्पेक्टर मनोज यादव,एक दूसरे पुलिसकर्मी संतोष जिन्हें बलवा कर रही भीड़ ने घेर रखा था और वो ज़मीन पर घायल अवस्था में पड़े थे। जिन्हें मारने पर आमादा उपद्रवियों से बचाते हुए इन युवकों ने अपनी जान की परवाह ना करते हुए घायल पुलिस कर्मियों को अपनी पीठ पर लादकर किसी तरह बचते बचाते घर ले आये। और दरवाजों को लॉक कर पुलिसकर्मियों की तीमारदारी में लग गये।

जिसके बाद इस बचावदल मे शामिल मोकीन सैफी ने बताया कि उन्होंने पुलिस प्रशासन को फोन कर पूरी स्थिति से अवगत कराया। जिसके बाद देर रात पहुची पुलिस फोर्स घायल पुलिसकर्मियों को अपने साथ ले गयी। उन्होंने बताया पुलिस कर्मियों की जान बचाने के एवज़ में उन्हें लोगों का भारी विरोध झेलना पड़ा उनके कई साथी भी पथराव में घायल हो गए।

 

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