भोंपूराम खबरी। शराब घोटाला मामले में कथित तौर पर एक करोड़ की रिश्वत खाने का आरोप झले रहे आप सांसद सिंह ने मंगलवार को कोर्ट में कई सनसनीखेज खुलासे किए। इतना तक कह दिया उन्हें किसी ऊपर वाले के कहने पर ऊपर भेजने की तैयारी थी। उन्होंने अपनी जान को खतरा बताते हुए ऐसी बातें कहीं, जब पांच दिन की कस्टडी खत्म होने के बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया।
सुनवाई के दौरान सिंह ने कहा, रात को साढ़े दस बजे कहा गया कि आपको बाहर ले जाया जा रहा है। पूछने पर बताया कि तुगलक रोड थाने। मैंने पूछा कि क्या जज की इजाजत ली है। मेरे अडने पर उन्होंने कहा कि मुझे लिखकर दीजिए, मैंने लिखकर दिया। दूसरे दिन भी यही हुआ। इसका मतलब है कि इनका दूसरा एजेंडा है। अब जज साहब इनसे पूछिए, किस ऊपर वाले के कहने पर मुझे ऊपर भेजने की तैयारी थी, ये इनसे पूछिए। मेरा सिर्फ इतना अनुरोध है कि जहां भी ले जाना है, जज साहब को बता दीजिए।
ईडी ने अपने जवाब में कहा कि वह संजय सिंह को तुगलक रोड थाने नहीं लेकर गए। पूछताछ के लिए अन्य जगह पर ले जाया गया। सिंह की निशानदेही पर कई अहम जानकारी जुटाई गई है। हालांकि न्यायाधीश ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की। दोनों पक्षों को सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था।
दिल्ली शराब घोटाले के मामले में आरोपी आप सांसद संजय सिंह को आज राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया। ईडी ने कोर्ट में संजय सिंह की पांच की रिमांड की मांग की, लेकिन कोर्ट ने तीन दिन की रिमांड स्वीकृत की। अब आप सांसद १३ अक्तूबर तक ईडी की रिमांड में रहेंगे। ईडी ने कोर्ट में कहा कि घूस लेने के नहीं, घूस मांगने के सबूत हैं। शराब लाइसेंस के लिए घूस मांगी।
इससे पहले, संजय सिंह को गिरफ्तार करने के बाद ईडी ने कोर्ट में पेश किया था। जहां से कोर्ट ने सांसद को पांच दिनों की ईडी की रिमांड पर भेज दिया था। रिमांड के दौरान सिंह से पूछताछ हुई तो वहीं दूसरी तरफ उनके करीबियों को समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया गया। ईडी ने विवेक त्यागी और सर्वेश मिश्रा को समन जारी कर पूछताछ की। वहीं दूसरी तरफ कोर्ट के बाहर संजय सिंह के हजारों समर्थक धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
कोर्ट ने भेजा था पांच दिन की रिमांड पर
गिरफ्तार राज्यसभा सांसद संजय सिंह को १० अक्तूबर तक प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में भेजा गया था। मामले में ईडी ने 10 दिन की कस्टडी मांगी थी। हालांकि कोर्ट ने सुनवाई के दौरान ईडी के समक्ष कई सवाल उठाए और इसके बाद सिर्फ पांच दिन की रिमांड दी।
ईडी ने रखी थी कोर्ट में ये दलीलें
बीते गुरुवार को राउज एवन्यू कोर्ट में विशेष न्यायाधीश एमके नागपाल के समक्ष संजय सिंह को कड़ी सुरक्षा में पेश किया गया था। ईडी ने संजय सिंह की 10 दिन की रिमांड मांगते हुए कहा था कि वह मामले में पूरी तरह से लिप्त हैं। ईडी के वकील ने कहा था कि संजय के घर से कई दस्तावेज बरामद हुए हैं। गवाहों और अन्य आरोपियों से आमने-सामने बिठाकर पूछताछ करने के लिए १० दिन की रिमांड स्वीकार की जाए। अदालत ने ईडी से सवाल किया कि मामला काफी पुराना है और यदि आपके पास साक्ष्य थे तो गिरफ्तारी में इतनी देरी क्यों हुई। अदालत ने ईडी से सवाल पूछा था क्या आपने फोन कब्जे में ले लिया? ईडी के वकील के हां में जवाब देने पर अदालत ने कहा था कि जब फोन आपके पास है तो फि र इसमें आरोपी के साथ इसका आमना-सामना कराने की क्या जरूरत बचती है? आप डेटा वैसे भी निकाल सकते हैं। सबूत है तो गिरफ्तारी में देरी क्यों। ईडी के वकील ने कहा कि गवाहों के बयानों के आधार पर गिरफ्तारी हुई है। गवाहों के बयान अभी हुए हैं वे सरकारी गवाह बने हैं। गवाह दिनेश अरोड़ा, संजय सिंह के करीबी हैं। ईडी ने मामले में २३९ स्थानों पर छापा मारा है। आरोप है कि संजय के घर दो बार में दो करोड़ का लेनदेन हुआ। संजय के कर्मचारी सर्वेश ने पैसे लिए है। संजय सिंह के फोन से डेटा मिला है।