भोंपूराम खबरी। खालिस्तानी आतंकियों को पालने के मामले में कनाडा और भारत के रिश्ते में खटास आ गई है। इसी बीच जब हमास ने इजरायल पर आतंकी हमला किया तो कनाडा की असलियत और खुलकर सामने आ गई। खनाडा के टोरंटो में हमास के समर्थन में झंडे लहराए गए और जश्न मनाया गया है। कनाडा में हमास आतंकी संगठन का समर्थन करने वाले लोग भी बड़ी संख्या में रहते हैं। बता दें कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर मढ़ा था जिसे भारत ने बेतुका और मनगढ़ंत करार दिया था।
शनिवार को हमास ने इजरायल पर अचानक हमला बोल दिया। हमास ने कम से कम 5000 रॉकेट इजरायल पर दाग दिए। इसके बाद आतंकवादी सीमा पार कर इजारयल में घुस गए और मारकाट मचा दिया। इजरायल ने गाजा में बड़ा पलटवार किया है जिसमें 600 से ज्यादा लोग मारे गए। इजरायल के प्रधानमंत्री ने कहा कि वह गाजा को मिट्टी में मिला देंगे। वहीं भारत समेत दुनिया के ज्यादातर देशों ने इस हमले की निंदा की है। हालांकि पाकिस्तान, तालिबान, ईरान, लेबनान, कतर, सऊदी अरब समेत कई ऐसे इस्लामिक देश हैं जो कि हमास के साथ खड़े हैं ।
हमास के आतंकियों ने इजरायल में महिलाओं और बच्चों को किडनैप कर लिया और कई को मौत के घाट भी उतार दिया। सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो आए हैं जो कि उनकी दरिंदगी को अगला दिखाते हैं। बावजूद इसके कनाडा जैसे देशों में फिलिस्तीन के समर्थक हमास के लिए रैली कर रहे हैं और मुबारकबाद दे रहे हैं। लंदन में भी हमास के समर्थन में झंडे लहराए गए। कनाडा यह कहकर आतंकियों का समर्थन करता है कि वह शांतिपूर्ण प्रदर्शनों का विरोध नहीं करता।
हमास और इजरायल के बीच जारी इस जंग के गंभीर रूप लेने का भी खतरा है। एक तरफ इजरायल के साथ अमेरिका समेत कई बड़े देश खुलकर खड़े हैं। तो दूसरी तरफ सऊदी अरब और ईरान हैं। ईरान और अमेरिकी की दुश्मनी भी छिपी नहीं है। इस तरह यह आतंकी हमला गंभीर रूप भी ले सकता है।