

भोंपूराम खबरी। बीते देर रात सत्ता के नशे में चूर सत्ताधारी रुद्रपुर ब्लाॅक प्रमुख पति विपिन जल्होत्रा ने टोल मांगने पर अपने गुंडो से टोल कर्मियों को लालपुर टोल प्लाजा पर जमकर पिटवाया…टोल अधिकारियों के अनुसार देर रात एक एक्सयूवी गाड़ी बिना टोल दिए जब टोल प्लाजा से निकल रही थी तो टोल कर्मी ने गाड़ी को रोकने का प्रयास किया इसी दौरान विपिन जालोतरा के समर्थकों ने उनकी मौजूदगी में पहले तो टोल प्लाजा पर जमकर टोल कर्मियों की पिटाई की और बाद में मौके पर आधा दर्जन अधिक वाहनों से खुद मौके पर पहुंचे विपिन जालोतरा ने टोल कार्यालय के अंदर घुसकर और अपने गुंडो को कार्यालय के अंदर जबरन घुसा कर टोल कर्मियों की बड़ी बेरहमी से पिटाई कर दी।

जरा ध्यान से देखिए इस वीडियो को कुर्ता पजामा पहनकर ब्लॉक प्रमुख और उनके ये गुंडे कितनी बेरहमी से टोल प्लाजा कर्मियों की पिटाई कर रहे हैं जमीन पर लेट लेट कर लातों से टोल कर्मचारी के पेट पर लातों की वर्षा कर रहे हैं…सत्ता के नशे में चूर कुर्ता पजामा धारण किए ये सफेदपोश गुंडे पेट की आग बुझाने के लिए दूर दराज के क्षेत्र से आए गरीब परिवार के इन बेरोजगार कर्मचारियों के पेट पर दनादन लात मार रहे है…जरा गौर से देखिए,इन कुर्ता पजामा पहने सफेदपोश गुंडों को भाजपा नेता विपिन जालोतरा टोल कार्यालय में अंदर प्रवेश करवा रहे हैं और बाद में टोल कार्यालय का गेट बंद कर रहे हैं ताकि अंदर जमकर कर्मचारियों की पिटाई करवा सके।
जरा गौर से देखिए गरीबों को मुफ्त राशन बंटवाने वाली भाजपा सरकार के ये सफेदपोश गुंडे कैसे गरीब कर्मचारियों के पेट पर बेरहमी से लात मार रहे हैं…इस पूरे मामले को देखकर बड़ा सवाल यह होता है कि अब तक पुलिस ने इस पूरे मामले में भाजपा नेता विपिन जल्होत्रा और उनके गुंडों को गिरफ्तार क्यों नहीं किया ? क्या भाजपा नेता को गुंडई करने का लाइसेंस मिला है या फिर इनके ऊपर पुलिस प्रशासन का कोई नियम कानून लागू नहीं होता है ? लालपुर के टोल अधिकारियों के अनुसार बीते देर रात विपीन जल्होत्रा और उनके साथ आधा दर्जन वाहनों से आए सफेदपोश गुंडों ने टोल प्लाजा पर घंटों अराजकता मचाते हुए टोल कर्मचारियों को बड़ी ही बेरहमी से पिटा और बाद में मौके से फरा रहो गए।
इस पूरी वारदात को देखने के बाद सबसे बड़ा प्रश्न यह उठता है कि जब लालपुर टोल पर ही पुलिस चौकी मौजूद है तो आखिरकार इन सफेदपोश अपराधियों को पुलिस ने मौके से ही गिरफ्तार क्यों नहीं किया ? क्या पुलिस मूकदर्शक बनकर इन सफेदपोश अपराधियों को अपराध करने की खुली छूट दे रही थी ? जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्र को इस बात की भी जांच करवानी चाहिए की मौके पर मौजूद पुलिस चौकी में वारदात के वक्त पुलिसकर्मी क्या कर रहे थे और अगर इस पूरे मामले में पुलिस कर्मियों की लापरवाही सामने आती है तो निश्चित तौर पर उनके खिलाफ भी सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
दरअसल एक अच्छे समाज में अपराधियों से ज्यादा खतरनाक ये सफेदपोश अपराधी होता है क्योंकि नेताओं से संरक्षण प्राप्त करने के बाद सफेदपोश अपराधी कानून को ठेका दिखाकर लगातार एक के बाद एक वारदात को अंजाम देता है और ऐसे मामलों में पुलिस भी दबाव के कारण ठोस कानूनी कार्यवाही नहीं कर पाती है लिहाजा ऐसे सफेदपोश अपराधियों के खिलाफ पुलिस को ज्यादा सख्त धाराओं में मुकदमा लिखना चाहिए ताकि भविष्य में इन जैसे सफेदपोश गुंडों के लिए पुलिसिया कार्रवाई एक नजीर बन जाए …बहरहालत अब देखना यह होगा कि इस पूरे मामले में पुलिस आरोपियों पर मुकदमा दर्ज करने के बाद कब तक इन सफेदपोश अपराधियों को गिरफ्तार करती है ?