
भोंपूराम खबरी। विदेश भेजने के नाम पर उत्तराखंड की एक युवती से 17.50 लाख रुपये की ठगी का बड़ा मामला सामने आया है। पीड़िता का आरोप है कि खटीमा रोड स्थित केडी इमिग्रेशन नाम की फर्म ने उसे यूके भेजने का वादा किया, लेकिन धोखे से तुर्की भेज दिया। इतना ही नहीं युवती को पांच दिन दिल्ली में भी रखा। तुर्की में लड़की की हालत इतनी खराब हो गई कि जेल जाने तक की नौबत आ गई। लड़की को अपने पैसे से वापस आना पड़ा। पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

पीड़िता अमनजहां ने पुलिस को बताया कि करनदीप सिंह नाम का युवक ‘केडी इमीग्रेशन’ चलाता है और विदेश भेजने का दावा करता है। उसने यूके भेजने के लिए 17.50 लाख रुपये लिए, लेकिन तुर्की का वीज़ा पकड़ा दिया। तुर्की भेजने से पहले उसे 11 दिन तक दिल्ली में एक जगह रोककर रखा गया। तुर्की पहुंचते ही उसकी हालत खराब हो गई और जेल जाने तक की नौबत आ गई। किसी तरह अपने खर्च पर वह भारत वापस लौटी।
पीड़िता ने खोली एजेंटों की पोल
भारत लौटने के बाद जब अमनजहां ने करनदीप सिंह से पैसे वापस मांगे तो उसने कोई जवाब नहीं दिया और उल्टा धमकाने लगा। युवती का आरोप है कि करनदीप की पत्नी इकनीत कौर, पार्टनर अभय सिंह और इंदरजीत कौर भी इस ठगी गैंग में शामिल हैं। इंदरजीत कौर पर यह आरोप भी है कि पैसे मांगने पर उसने युवती को झूठे छेड़छाड़ के केस में फंसाने की धमकी दी।
पीड़िता ने बताया कि इस पूरे फर्जीवाड़े में करनदीप के पिता गुरतेज सिंह की भी भूमिका है। पुलिस का कहना है कि मामला गंभीर है और सभी आरोपों की जांच की जा रही है। एसएसआई विक्रम सिंह धामी के अनुसार, दस्तावेज़ जुटाए जा रहे हैं और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।


