
भोंपूराम खबरी। बाजपुर,उत्तराखंड के बाजपुर में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान लोकतंत्र की गरिमा तार-तार होती नज़र आई। मतदान वाले दिन जहां एक ओर * फर्जी वोटिंग के आरोप लगे, वहीं दूसरी ओर मतदान के बाद खूनी संघर्ष ने माहौल को और भी तनावपूर्ण बना दिया।

पीठासीन अधिकारी से मारपीट, प्रत्याशी ने दी आत्महत्या की धमकी!
हरसान के बूथ नंबर 123 पर उस समय हंगामा मच गया जब भाजपा महिला मोर्चा की पूर्व जिला अध्यक्ष और जिपं सदस्य पद की प्रत्याशी उमा जोशी ने फर्जी वोटिंग का आरोप लगाते हुए जमकर बवाल काटा उन्होंने दावा किया कि उनके भाई का वोट बिना उसकी मौजूदगी के डाल दिया गया
विरोध करने पर, उमा जोशी और उनके समर्थकों पर आरोप है कि उन्होंने पीठासीन अधिकारी डॉ. पंकज कुमार सिंह से मारपीट और अभद्रता की। वहीं उमा ने पलटवार करते हुए प्रशासन पर सत्ता के दबाव में उनके भाई के साथ मारपीट करने और लाठीचार्ज का आरोप लगाया।
घटना के बाद मौके पर पहुँचे एएसपी अभय सिंह व कोतवाल प्रवीण कोश्यारी ने हालात को संभाला। पीठासीन अधिकारी ने उमा जोशी समेत अन्य के खिलाफ नामजद तहरीर दी है जबकि उमा ने प्रशासन पर झूठा मुकदमा दर्ज करने की साजिश का आरोप लगाते हुए आत्महत्या तक की चेतावनी दे डाली
बन्नाखेड़ा में वोटिंग में घुसपैठ, महिला पकड़ी गई!
इधर ग्राम बन्नाखेड़ा में एक महिला पर फर्जी मतदान का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने उसे रंगे हाथ पकड़ा और पुलिस के हवाले कर दिया। ग्रामीणों का आरोप था कि यह महिला गांव की नहीं है और पूर्व प्रधान के कहने पर वोट डालने आई थी
बरहैनी में पीठासीन अधिकारी पर वोटिंग में पक्षपात का आरोप!
ग्राम बरहैनी के बूथ में प्रधान पद की प्रत्याशी मनप्रीत कौर और उनके समर्थकों ने हंगामा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि पीठासीन अधिकारी ने एक खास प्रत्याशी के चुनाव चिह्न पर वोट डलवाने का दबाव डाला।
नंदपुर टोपा बना युद्ध का मैदान, चुनावी रंजिश में लहूलुहान हुए 6
देर शाम मतदान समाप्त होने के बाद बाजपुर के नंदपुर टोपा गांव में प्रधान पद के दो प्रत्याशियों के समर्थकों में चुनावी रंजिश को लेकर जबरदस्त झड़प हुई। दोनों पक्षों ने लाठी-डंडे और ईंट-पत्थरों से हमला कर दिया, जिसमें छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों को अस्पताल पहुंचाया। कोतवाल प्रवीण कोश्यारी ने बताया कि तहरीर का इंतजार है, उसके बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बाजपुर का पंचायत चुनाव बन गया कानून व्यवस्था की परीक्षा!
पंचायत चुनाव के पहले चरण लोकतंत्र के पर्व पर कानून व्यवस्था सुरक्षा के दावों की पोल खोल कर रख दी
फर्जी वोटिंग,अफसरों पर हमले और खुलेआम हिंसा ने चुनावी व्यवस्था की पोल खोल दी है। पुलिस-प्रशासन की साख पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।पंचायत चुनाव का दूसरा चरण पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण भरा रहेगा
जनपद उधम सिंह नगर के बाजपुर में जिस तरह की घटना सामने आई है, अब देखना ये होगा,उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में अधिकारी और कर्मचारियों कोई हिदायत देंगे या नही हैं, जिससे दोबारा ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए
क्या यही है लोकतंत्र का असली चेहरा?
बाजपुर की ये घटनाएं दर्शाती हैं कि पंचायत चुनाव केवल मतों का पर्व नहीं,