

भोंपूराम खबरी। भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा सार्वजनिक परिवहन वाहनों पर “Be kind to Animals / पशुओं पर दया करो” जैसे स्लोगन लगाने का निर्देश जारी किया गया है, जो 1 अप्रैल 2025 से प्रभावी हुआ। इस निर्देश को जनपद उधम सिंह नगर में प्रभावी रूप से लागू करने हेतु जिला पशु क्रूरता निवारण समिति द्वारा ठोस कदम उठाए गए हैं।

सदस्य ने“क्रूरता मुक्त जिला” की संकल्पना को साकार करने हेतु उक्त स्लोगन को जिला पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशुतोष जोशी के कार्यालय में प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया। इस प्रयास की सराहना जिलाधिकारी कार्यालय में डीएम श्री नितिन भदौरिया एवं एसडीएम श्री मनीष बिष्ट द्वारा की गई।
प्रथम बिष्ट ने कहा—
“जिले को जीवों पर हो रहे अत्याचार से मुक्त और अपराध मुक्त तभी बनाया जा सकता है, जब समाज में करुणा और दया की भावना हो। सुप्रीम कोर्ट और AWBI द्वारा निर्धारित ‘पाँच स्वतंत्रताएं’ हर पशु को मिलनी चाहिए।”
पशुओं की पाँच स्वतंत्रताएँ
(Five Freedoms of Animals – हिंदी में)
1. भूख और प्यास से स्वतंत्रता
• पशु को पर्याप्त पोषण युक्त भोजन और स्वच्छ पानी मिलना चाहिए।
2. असुविधा से स्वतंत्रता
• पशु को आरामदायक स्थान, छाया, सुरक्षा और विश्राम हेतु उचित वातावरण मिलना चाहिए।
3. दर्द, चोट और बीमारी से स्वतंत्रता
• पशु को बीमारियों से बचाने की व्यवस्था होनी चाहिए, और बीमार होने पर समय पर इलाज मिलना चाहिए।
4. स्वाभाविक व्यवहार करने की स्वतंत्रता
• पशु को अपने स्वाभाविक व्यवहार जैसे चलना-फिरना, दौड़ना, खेलना, झुंड में रहना आदि की आज़ादी मिलनी चाहिए।
5. भय और तनाव से स्वतंत्रता
• पशु को ऐसे वातावरण में रखा जाना चाहिए जहाँ उसे डर, हिंसा या मानसिक तनाव न हो।
प्रमुख पहलें:
• रात्रिकालीन दुर्घटनाओं में कमी लाने हेतु 2000 रेडियम बेल्ट के वितरण की योजना, जिनमें से 400 बेल्ट का वितरण प्रारंभ हो चुका है।
• गर्मियों में पशुओं को जल उपलब्ध कराने हेतु जलकुंडों की व्यवस्था की जा रही है।
• पब्लिक ट्रांसपोर्ट वाहनों पर स्लोगन के माध्यम से व्यापक जनजागरूकता अभियान शुरू।
15 व 16 अप्रैल को विशेष जागरूकता कार्यक्रम:
दिनांक 15 एवं 16 अप्रैल 2025 को जनपद में विभिन्न स्थानों पर पशु कल्याण और दया भाव पर आधारित जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों में स्थानीय नागरिकों, छात्र-छात्राओं, वाहन चालकों और समाजसेवियों को शामिल कर उन्हें पशु-अधिकार, जिम्मेदार पेट केयर और कानूनों की जानकारी दी गई। साथ ही सड़क दुर्घटनाओं से बचाने हेतु रेडियम बेल्ट के महत्व पर प्रकाश डाला गया।
इस अभियान में समिति के सक्रिय सदस्य प्रथम अंजना चौहान, गीता रौतेला, किरण, ममता जीना, अलका सिंह, सुशील भट्ट, महेश्वर, विमला आदि उपस्थित रहे और उन्होंने जनजागरूकता बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई।