भोंपूराम खबरी। उत्तरकाशी। पहले श्रमिकों का सुरंग के भीतर ही होगा स्वास्थ्य परीक्षण। दरअसल, सुरंग के भीतर जहां श्रमिक फंसे हुए थे, वहां का तापमान लगभग 30 से 35 डिग्री पर है, जबकि सुरंग के बाहर सिलक्यारा का वर्तमान तापमान 10 डिग्री के आसपास है। चूंकि, श्रमिक 17 दिन तक 30 से 35 डिग्री तापमान में रहे हैं, ऐसे में उन्हें एकदम से बाहर 10 डिग्री तापमान में नहीं लाया जाएगा।
सिलक्यारा सुरंग हादसे में आज बड़ी सफलता मिली है। हादसे के 17वें दिन रेस्क्यू ऑपरेशन सफल रहा और मजदूर धीरे-धीरे बाहर आने लगे हैं। सुरंग में ब्रेकथ्रू के साथ ही टनल से पहला श्रमिक बाहर आ गया है।
सुरंग में फंसे सबा अहमद के भाई ने कहा कि ब्रेकथ्रू हो गया है श्रमिकों तक एस्केप टनल बन चुकी है। जल्द ही सभी बाहर आ जाएंगे।
उत्तरकाशी टनल हादसे में 17वें दिन बड़ी सफलता मिली है। आखिरकार टनल में फंसे 41 मजदूरों को बचाने के लिए जारी रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो गया है। सुरंग में ब्रेकथ्रू हो गया है और मजदूरों को निकालने के लिए स्केप टनल बनाई जा रही है। सुरंग के अंदर एंबुलेंस, गद्दे और स्ट्रेचर ले जाया गया है।नेशनल हाईवे एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) के एमडी महमूद अहमद ने कहा कि एसजेवीएनएल द्वारा वर्टिकल ड्रिलिंग की जा रही है। कुल 86 मीटर में से 44 मीटर तक ड्रिलिंग पूरी हो चुकी है…टीएचडीसी ने आज 7वां विस्फोट किया। इसलिए , हमें 1.5 मीटर और फायदा हुआ। काम जारी है, सुरंग के अंदर जो किया जा रहा है वह 55.3 मीटर तक पूरा हो गया है।