
भोंपूराम खबरी। नैनीताल के आसपास के पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार रॉयल बंगाल टाइगर (बाघ) दिखने से स्थानीय परेशान तो वन्यजीव प्रेमी खुश नजर आ रहे हैं। सातताल में आज बाघ का वीडियो बना है। सातताल के दो बाघ भी ‘ऑल इंडिया टाइगर सेंसस’ में जुड़ेंगे।

नैनीताल जिले में कॉर्बेट से लगे जंगलों समेत तराई के जंगलों से अक्सर बाघ पहाड़ों की तरफ चले आ रहे हैं। बाघ अकेले अपनी मदमस्त चाल में चलते दिखते हैं, जबकी कुछ बाघ/बाघिन अपने शावकों और साथियों के साथ भी देखने को मिलते हैं।
सातताल के स्थानीय निवासी संजय कुमार ने आज सवेरे इस घटना का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया में पोस्ट किया। पिछली कुछ घटनाओं में पहाड़ चढ़े बाघ कुछ इस तरह कैमरों में कैद हो गए थे।
फरवरी 2017 में बेतालघाट में एक वयस्क बाघ तार से फंस गया था, जिसे वन विभाग ने रैस्क्यू कर नैनीताल जू में रखा था। दिसंबर 2022 में भीमताल के चनौतिया गांव में बाघ का वीडियो बना था, जिससे उस क्षेत्र के ग्रामीण दहशत में आ गए थे। मई 2023 में भीमताल के चनौतिया गांव में ही तीन बाघ कैमरे में कैद हुए थे, जिसके बाद वन विभाग ने वहां कैमरा ट्रैप लगाया था।
दिसम्बर 2023 में अल्मोड़ा के जागेश्वर में बाघ कैमरे में कैद हुआ था। दिसंबर 2024 में भीमताल के सिलौटी में बाघ ने 55 वर्षीय महिला पर हमला किया था, जिसे बमुश्किल रैस्क्यू कर रानीबाग सेंटर भेजा गया था।
भवाली के फारेस्ट रेंज ऑफिसर विजय मेलकानी ने बताया कि बीती 15 दिसंबर से ‘ऑल इंडिया टाइगर सेंसस’ शुरू हो रहा है और इस घटना की पुष्टि के साथ ही इसे भी उसमें जोड़ दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में दो बाघों की उपस्थिति के प्रमाण पहले से ही मिले हैं।


