
भोंपूराम खबरी। दिल्ली में लाल किले के पास सोमवार शाम एक आई-20 कार में भीषण धमाका हुआ था। इस धमाके के कारण आसपास की गाड़ियों के भी परखच्चे उड़ गए थे। धमाके में करीब 10 लोगों की मौत हो गई थी और 20 लोग घायल हुए थे।धमाके के वक्त उत्तराखंड के गदरपुर निवासी हर्षुल भी घायल हो गए थे। हर्षुल की शादी जनवरी में होनी है। वह शादी की शॉपिंग के लिए चांदनी चौक गए हुए थे। उनके साथ मां अंजू सेतिया, मंगेतर शिवाली और छोटा भाई भी था। लौटते वक्त लाल किले के पास एक आई-20 कार में भीषण धमाका हो गया था। इस धमाके में हर्षुल भी गंभीर रूप से घायल हो गया था। धमाका उनकी कार से सौ मीटर पीछे हुआ था। इससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई थी। बावजूद इसके शिवाली ने हिम्मत दिखाते हुए घायल हर्षुल को स्कूटी से अस्प्ताल पहुंचाया। शिवाली ने एक राहगीर से वह स्कूटी मांगी थी। हर्षुल के सिर पर 10 टांके लगे हैं। अब हर्षुल डिस्चार्ज होकर परिवार सहित घर लौट आया है। उस भयावह मंजर को याद उनमें सिहरन पैदा हो रही है।

ब्लास्ट के बाद मची थी भगदड़
दिल्ली ब्लास्ट के बाद मौके पर भगदड़ मच गई थी। मां अंजू सेतिया ने बताया कि उस वक्त हर्षुल कार चला रहा था। कार की फ्रंट सीट पर उसकी मंगेतर शिवाली बैठी हुई थी। अंजू और उनका छोटा बेटा कार की पिछली सीट पर बैठे हुए थे। ब्लास्ट के बाद मौके पर अफरा-तफरी का माहौल था। कई जले हुए लोग नीचे सड़क पर पड़े थे। उसी दौरान शिवाली ने स्कूटी अरेंज कर घायल हर्षुल को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस-प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन ने उनकी काफी मदद की। हर्षुल की हालत पहले से बेहतर है। ब्लास्ट का वह मंजर याद कर मां के आसु निकल आए।
सीएम ने जाना हर्षुल का हाल
दिल्ली ब्लास्ट में घायल हुए हर्षुल के पिता संजीव सेतिया के मुताबिक घटना की जानकारी मिलते ही सीएम पुष्कर सिंह धामी ने फोन पर हर्षुल की कुशलक्षेम जानी और अस्पताल प्रशासन को बेहतर इलाज के निर्देश दिए। सीएम ने हर्षुल के अस्पताल से डिस्चार्ज होने तक सेतिया परिवार से लगातार संपर्क बनाए रखा। परिवार ने सीएम और प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया।


