
भोंपूराम खबरी, रुद्रपुर। उत्तर प्रदेश लोकतंत्र सेनानी संघ ने झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई को उनके 179 वें जन्मदिन पर श्रद्धा से याद किया। इस मौके पर रानी लक्ष्मीबाई को राष्ट्रमाता का दर्जा दिए जाने की मांग की गयी।

संघ के महासचिव एडवोकेट सुभाष छाबड़ा ने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई ने देश की आज़ादी के लिये अपने प्राणों को जिस तरह न्यौछावर किया उसका दुनिया भर की महिलाओं के इतिहास में इससे बेहतरीन कोई उदाहरण नहीं है। उन्होंने 1857 की लड़ाई में अदभुत शौर्य का प्रदर्शन किया जो हमे सदैव प्रेरणा और देता रहेगा। उनका संघर्ष और बलिदान देश की अनमोल विरासत है। छाबड़ा ने लक्ष्मी बाई को राष्ट्रमाता घोषित करने की मांग की। वहीं समाज सेविका पुष्पा तिवारी धमीजा ने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई ने बलिदान की जो गाथा लिखी वो भारत के इतिहास का स्वर्णिम युग है। कस्तूरी लाल तागरा ने कहा कि आज का दौर भी एक कठिन दौर है इसके लिये हमें उनके संघर्ष से प्रेरणा मिलेगी ताकि हम बुनियादी बदलाव के लिये कुछ कर सकें। गुरुनानक स्कूल की अध्यापिका अर्चना छाबडा ने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई की कुर्बानी ,उल्या नहीं चुकाया जा सकता। सूरजप्रकाश गुलाटी ने कहा हमारा वजूद ऐसी महान कुर्बानियों की वजह से ही कायम है। कार्यक्रम में जुगलकिशोरबाम्बा, सुरेश पुंशी, राजीव गगनेजा, इन्द्रजीत, कमल चिलाना, सुरेन्द्र गिरधर , गुरुबाज सिंह नारंग, सुरेश मदान, नरेश कुमार सेठ, एडवोकेट पीयूष छाबडा, मुहम्मद मेराज डम्पी, अनूप चतुर्वेदी समेत तमाम लोग मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता आल इंडिया बार काउंसिल के सदस्य डी के शर्मा तथा संचालन महाविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष अभिनव छाबड़ा ने किया ।