भोंपूराम खबरी। 31 वर्षीय कमल सिंह नेगी और 24 वर्षीय सरिता नेगी का विवाह करीब छह माह पहले हुआ था। कमल बैंगलौर में प्राइवेट नौकरी करता था। वह दीपावली पर घर आया था।
जिले के खुशालकोट गांव में नव विवाहित दंपति संदिग्ध हालत में फंदे पर लटका मिला। परिजनों ने नजारा देखा तो उनके होश उड़ गए। सूचना मिलने पर राजस्व पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों शवों को फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम अस्पताल भिजवाया। मौत की वजह स्पष्ट नहीं है। जब उन्होंने फांसी लगाई उस समय घर में उन दोनों के अलावा कोई नहीं था। मृतक कमल सिंह नेगी बैंगलोर में प्राइवेट नौकरी करता था और दिपावली की छुट्टी पर घर आया था।
बता दें कि घर पर मां के साथ दोनों रह रहे थे। पिता इंदर सिंह नेगी अपने बड़े बेटे के यहा लुधियाना गए हैं। जिस समय यह घटना घटी उस समय मां भी घर मे नहीं थी। लगभग 6 महिने पहले इन दोनों की शादी हुई थी। सूत्रों से पता चला है कि पति और पत्नी के बीच झगड़ा हुआ था। जिसके बाद दोनों ने यह कदम उठा फासी लगाकर प्राण त्याग दिए।
ताड़ीखेत ब्लाक के खुशालकोट निवासी देवकी देवी ने मंगलवार दोपहर में कमरे का दरवाजा बंद पाया। आवाज लगाने के बावजूद अंदर से कोई हलचल नहीं हुई। उन्होंने दरवाजा तोड़ा तो बेटा कमल सिंह नेगी (31) और उसकी पत्नी सरिता नेगी (24) फंदे पर लटके थे। बच्चों की ये दशा देखकर देवकी रोने लगी। उसके रोने की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंच गए।
सूचना मिलने पर राजस्व पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। राजस्व पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए उप जिला चिकित्सालय रानीखेत भेजा। राजस्व पुलिस के मुताबिक दंपति ने कदम क्यों उठाया इसकी जानकारी नहीं है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वजह का पता चल सकेगा। इस दौरान नायब तहसीलदार प्रियंका, राजस्व उपनिरीक्षक कुबेर सिंह मेहरा, कुंदन लाल सहित अन्य लोग मौजद रहे।