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Thursday, November 14, 2024

यहां कागजों में बिक रहा धान, क्रय केंद्र हो गए सुनसान

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भोंपूराम खबरी। जिले में धान खरीद को लेकर अचानक क्रय केन्द्रों में बंपर खरीद के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। अक्टूबर तक क्रय केंद्रों में अव्यस्थाओं की मार थी और नवंबर में भी ग्रामीण क्षेत्रों में केंद्रों में किसान धान बेचने को परेशान दिख रहे हैं। वहीं क्रय केंद्रों में खरीद के आंकड़े अचानक किसानों से बंपर धान खरीद की तस्दीक कर रहे हैं। जमीनी हालत और क्रय केन्द्रों के अचानक खरीद के बड़े आंकड़े के बीच आ रहे है बड़े अंतर से बड़े गोलमाल की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता। चौंकाने वाली बात है कि 9 से 12 नवंबर तक क्रम क्रेदों ने चार दिन में ही 116720.8 कुंतल धान खरीद लिया। जबकि क्रय केन्द्रों में नमी के मानक समेत समय पर भुगतान न होने की दिक्कतों के चलते अधिकांश धान खुले बाजार में पहले ही एमएसपी से कम रेट में बेचा जा चुका है। “जिले में धान खरीद सत्र के दौरान हर बार अव्यवस्थाएं हावी रहती हैं। इस बार भी क्रय केंद्रों में बदइंतजामी से यही नजारा दिखा। यही वजह रही कि किसान क्रय केन्द्रों में जाने की जगह आढ़तियों को धान बेचकर दूसरी फसल की तैयारी में जुट गए। किसानों को खुले बाजार में समर्थन मूल्य से कम दाम मिले, लेकिन नकद भुगतान मिलने से उन्हें राहत मिली। नवंबर पहले सप्ताह तक ही अधिकांश धान खुले बाजार में बिक चुका था। वहीं नवंबर से अचानक क्रय केंद्रों में धान खरीद में कागजी तेजी ने जोर पकड़ लिया।

15 अक्टूबर तक जिले में बनाए गए खाद्य विभाग, यूसीएफ और एनसीसीएफ के धान खरीद केंद्रों में कॉमन-ए धान की खरीद 10609.65 कुंतल, ग्रेड-ए की 112.80 कुंतल के साथ कुल खरीद 10722.45 कुंतल थी। महज 159 किसानों से यह खरीद हुई थी वहीं 29 अक्टूबर तक कुल खरीद बढ़कर 369666.42 कुंतल हो गई। यह धान 4948 किसानों से खरीदा दर्शाया गया है। वहीं 9 नवंबर तक कुल खरीद बढ़कर 886382 कुंतल पहुंच गई, जबकि किसानों की संख्या बढ़कर 10615 पहुंच गई जबकि 12 नवंबर तक कुल खरीद बढ़कर 1003102.8 कुंतल और किसानों की संख्या बढ़कर 11935 तक पहुंच गयी। 15 अक्टूबर से 29 अक्टूबर तक कुल खरीद का अंतर 358943.97 कुंतल रहा था। जबकि 29 अक्टूबर से 9 नवंबर तक खरीद का अंतर बढ़कर अचानक 516715.58 कुंतल हो गया। जबकि इस बीच 31 अक्टूबर और 1 नवंबर को दीपावली के पर्व के चलते अवकाश रहा। वहीं हैरत की बात है कि 9 नंवबर से 12 नवंबर में महज चार दिन में खरीद का अंतर 116720.8 कुंतल पहुंच गया।

तराई विकास सहकारी संघ लि. के चौमेला क्रय केंद्र में बुधवार को इंचार्ज, लेबर नहीं था। दोपहर में धान क्रय केंद्र में पेड़ पर बैनर टगा था। मौके पर कोई बारदाना, तौल कांटा भी नहीं था यहां कोई किसान भी नहीं था। किसी प्रकार के धान के ढेर मौके पर या किसी प्रकार के कट्टों में नहीं था। जबकि इस कांटे में रोजाना तौल दर्शाई जा रही है। यूसीएफ के इंचार्ज ईश्वर आर्य ने बताया कि रोजाना मिल रहे विवरण में 11 नवम्बर को 389.20 कुंतल धान, 12 नवम्बर को 346.80 कुंतल धान की खरीद दर्शायी है मंगलवार को यूसीएफ का मोहम्मदगंज धान क्रय केंद्र बंद था। जबकि सोमवार को 320 कुंतल धान क्रय दर्शाया गया। टीसीएस का सिसईखेड़ा क्रय केंद्र मंगलवार को बंद था। जबकि सोमवार को यहां 310 कुंतल दर्शाया गया था। इधर, मंगलवार को कुछ विभागीय अफसरों ने भी धान क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया था। जब सरकारी केंद्रों में न तो क्रय केंद्र प्रभारी और लेबर ही नहीं है। ऐसे में धान खरीद व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे हैं। बता दें कि सितारगंज क्षेत्र में 22 अक्टूबर से सरकारी कांटों में धान खरीद शुरू हुई थी। उसी दिन क्रय केंद्रों के पोर्टल खुले थे।

जसपुर। यूसीएफ ने धरमपुर के इंटर कॉलेज में धान खरीद केंद्र बनाया है, पर मौके पर सेंटर इंचार्ज अमित नदारद मिले हैं दो | ट्रैक्टर ट्रालियां खड़ी थी। किसान मोनू ने बताया कि वह अपने रिश्तेदारों की ट्रालियां लेकर आए हैं, पर मजदूर न | होने के कारण धान नहीं उतर सका। ने | वह सुबह 10:00 बजे से सेंटर पर खड़े हैं। ट्रालियां ग्राम धाड़ीपुरा निवासी जय पाल सिंह की हैं।

किच्छा। ग्राम महाराजपुर के सरकारी क्रय केन्द्र पर धान और किसान पूरी तरह से नदारद नजर आया। इसके बावजूद केन्द्र प्रभारी ने धान की खरीद की लिमिट पूरा होना बताया। ग्राम नारायणपुर में किसान नहीं मिले, जबकि ग्राम दरक के क्रय केन्द्र प्रभारी ने धान खरीद की लिमिट को पूरा बताया और क्रय केन्द्र पर लगभग दो हजार कुंतल धान सूखता मिला। हिन्दुस्तान की टीम ने ग्राम दरऊ, महाराजपुर और नारायणपुर के सरकारी धान क्रय केन्द्रों की पड़ताल की तो ग्राम दरऊ में लगाए गए सहकारी समिति के सरकारी क्रय केन्द्र पर मौजूद केन्द्र प्रभारी ने बताया कि वहां दरक और सैजना के किसानों के धान की तुलाई की गई है। सोमवार तक छह हजार कुंतल धान की तुलाई होने के बाद धान की खरीद लिमिट पूरी हो गयी है। जिसके कारण खरीद को रोक दिया गया है।

खटीमा। बनूसी धान खरीद के केंद्र में धान रखा हुआ था। सेंटर पर बुधवार को धान की तोल नहीं हुई है। मंगलवार 280 कुंतल धान की खरीद 12 बजे से पहले हुई थी अब तक इस सेंटर पर 4454 | कुंतल धान की खरीद की गई।

काशीपुर। यूसीएफ के कुडेश्वरी क्रय केंद्र पर सुबह 11:00 बजे तक 56 कुंतल धान की खरीद हुई थी। आज केवल एक किसान ने अपना धान बेचा है। केंद्र प्रभारी तरुण सिंह ने बताया मंगलवार | को 70 कुंतल धान की खरीद हुई थी।

गूलरभोज। गूलरभोज मंडी में यूसीएफ का धान खरीद केंद्र लगा हुआ है। केंद्र सूना पड़ा है। केंद्र का शटर बंद था। केंद्र प्रभारी सूरज सिंह ने पर बताया वह | किसी काम से गदरपुर हैं। अभी तक केंद्र में धान की खरीद नहीं हुई है।

धान पकने के बाद अब किसान ला रहे हैं इसलिए खरीद बढ़ी है। कई सेंटरों  में लिमिट पूरी हो गई है और कई सेंटरों में खरीद शून्य भी है। वहीं जहां केंद्रों में अव्यवस्थाएं हैं, वहां का संज्ञान लिया जाएगा। सुमन कुमार, एआर कॉपरेटिव ऊधमसिंह नगर।

 

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