पन्तनगर जैवप्रौद्योगिकी परिषद्, हल्दी, पंतनगर द्वारा कोविड-19 के प्रति जागरूकता के लिए एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य अतिथि पंतनगर विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठाता डा. बृजेश सिंह ने कहा की कोविड-19 के प्रति जागरूकता कार्यक्रम को निरंतरता से चलाने की आवश्यकता है। यदि संक्रमण है तो उसे छुपाए नही बल्कि उसका इलाज कराये अन्यथा संक्रमण से जान भी जा सकती है। डा. सिंह ने कहा कि राष्ट्र हित मे खुद को बचाए तथा दुसरो को भी सुरक्षित रखे। मुख्य वक्ता एवं इन्चार्ज कोविड टेस्टिंग लैब, राजकीय मेडिकल कालेज, हल्द्वानी के डा. परमजीत सिंह ने भारत सरकार द्वारा निर्मित कोविशील्ड वैक्सीन की कार्य दक्षता के बारे में भी बताया। उन्होने ने यह भी बताया कि कोरोना मे मल्टीफेलर आर्गनस के कारण मरीज की मृृत्यु हो जाती है उन्होने साइटोकायनीन स्टाॅर्म को मृृत्यु दर वृृद्वि का मुख्य कारण बताया। परिषद् के निदेशक प्रो. डीके सिंह ने कोरोना के रोकथाम हेतु भारत सरकार द्वारा किये जा रहे वैक्सीनेशन के कार्य की सराहाना की तथा बताया कि परिषद् द्वारा शीघ्र ही कोविड टेस्टिंग लैब का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। उन्होने कोवैक्सीन व कोविशील्ड वैक्सीन एवं उसकी प्रक्रिया के बारे मे विस्तृृत जानकारी दी। विशिष्ट अतिथि डा. हिमांशु बंसल द्वारा कोविड वैक्सीन निर्माण में बायोटैक्नोलाॅजी की भूमिका को अहम बताते हुये बायोटैक्नोलाॅजी के भविष्य को उज्जवल बताया। प्रशिक्षण कार्यशाला में डा. कंचन कार्की ने जितेन्द्र सिंह बोहरा, डा. मणिन्द्र मोहन, डा. सुमित पुरोहित, ओपी वाष्र्णेय, अमित पुरोहित, पूनम सिंह, मीना नेगी, चन्द्रशेखर, केशव सिंह, अनुज कुमार, ललित मिश्रा, बबीता, भूपाल सिंह, ललित दुम्का, सचिन गौनियाॅ रिया, रेनू, लक्ष्मण, प्रदीप, महेन्द्र, जीवन, राजेन्द्र, सभी शोधार्थी व प्रतिभागी तथा अन्य अतिथिगण उपस्थित रहे।