भोंपूराम खबरी,किच्छा। किच्छा विधानसभा अंतर्गत स्मार्ट मीटर लगाए जाने का कार्य प्रारंभ हो चुका है। अभी तक विभिन्न क्षेत्रों में स्मार्ट मीटर लगाकर उनका परीक्षण प्रारंभ कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि उत्तराखंड पावर कारपोरेशन के किच्छा विद्युत वितरण खंड में स्मार्ट मीटर और इलेक्ट्रॉनिक मीटरों के बीच में तुलना करने के लिए एक पैनल भी बनाया गया है जिसकी विभाग द्वारा मॉनिटरिंग की जा रही है।
विभाग द्वारा अभी तक किसी भी अधिकारी द्वारा स्पष्ट जानकारी भले ही उपलब्ध नहीं कराई जा रही हो लेकिन अभी तक क्षेत्र में लगभग 400 स्मार्ट मीटर विभिन्न कॉलोनी में बदले जा चुके हैं जिनकी मॉनिटरिंग भी की जा रही है। स्मार्ट मीटर को लेकर पावर कारपोरेशन ने विभिन्न स्थानों में भ्रांतियां को दूर करने के लिए अधिकारियों की भी नियुक्ति की हुई है। जनपद उधम सिंह नगर के लिए केके पंत को स्मार्ट मित्रों के संबंध में जानकारी साझा करने के लिए अधिकृत किया गया है। आम जनमानस में भ्रांतियों के बीच विद्युत विभाग के अधिकारियों द्वारा स्पष्ट जानकारी तो उपलब्ध नहीं कराई जा रही है लेकिन विभाग के आसपास एक पोस्टर चस्पा किया हुआ है जिसमें स्मार्ट मीटर की फायदे दर्शाए गए हैं। चस्पा किए गए पोस्टर में स्मार्ट मीटर के लाभ ही लाभ दर्शाए गए हैं। ं 6 बिंदुओं वाला यह पोस्टर खासा चर्चा में है। जिसमें प्रथम बिंदु पुराने विद्युत मीटरों को बदलकर स्मार्ट मीटर निःशुल्क लगाया जाएगा, मोबाइल एप्लीकेशन से घर बैठे रिचार्ज एवं विद्युत खपत की जानकारी कनेक्शन कटने के बाद रिचार्ज करने पर बिजली स्वत चालू हो जाने की जानकारी, न्यूनतम रुपए 100 की राशि से भी रिचार्ज करने की जानकारी, नए कनेक्शन हेतु सिक्योरिटी डिपाजिट की आवश्यकता नहीं है, पूर्व का बकाया 300 दिनों की आसान किस्तों में भुगतान कर सकते हैं, के अलावा घरेलू विद्युत बिल में 4प्रतिशत की छूट का प्रचार किया जा रहा है। इसके अलावा ऑनलाइन रिचार्ज की सुविधा, विद्युत खपत की रियल टाइमिंग सूचना, विद्युत बिलिंग पर बेहतर नियंत्रण सही रीडिंग और सटीक बिलिंग बैलेंस, कम होने पर अलर्ट की जानकारी विद्युत उपभोक्ताओं को देने का प्रयास किया गया है। हालांकि अभी तक नगर क्षेत्र में इन पोस्टरों को चस्पा नहीं किया गया है। आम तौर पर नगर के लोगों द्वारा स्मार्ट मीटर का स्वागत किया जा रहा है। लेकिन भ्रांतियां विद्युत उपभोक्ताओं के बीच में बने हुए। विद्युत विभाग के जानकारों के अनुसार स्मार्ट मीटरों से जहां उपभोक्ताओं को अत्यधिक लाभ होगा वहीं उपभोक्ता विद्युत खपत को अपने नियंत्रण में रख सकेगा। विद्युत विभाग के एक सूत्र ने नाम न छापने के शर्त पर बताया कि उपभोक्ताओं को सर्वप्रथम स्मार्ट मीटर से जो फायदे होंगे उसमें पहले भुगतान न होने पर जो पेनल्टी उपभोक्ता को भरनी होती थी अब वह नहीं पड़ेगी। जिसका सरचार्ज 1.25 था इसके अलावा विभिन्न प्रकार के चार्जेज भी उपभोक्ताओं को नहीं देने होंगे। केवल राज्य सरकार और केंद्र सरकार का जो 15 प्रतिशत है वह उपभोक्ता के रिचार्ज से कट कर केंद्र सरकार और राज्य सरकार के खाते में चला जाएगा तथा शेष धनराशि की विद्युत उपभोक्ता को उपलब्ध कराई जाएगी। जानकारी में यह भी आया है कि अब जितने भी कृषि से संबंधित विद्युत कनेक्शन थे जिन्हें पहले अन मीटर कहा जाता था अब वह सारे ही कनेक्शन मीटर से जोड़ दिए गए हैं तथा सारे कृषि के कनेक्शन का भुगतान किसानों द्वारा किया जा रहा है। प्रारंभ में घरेलू कामर्शियल और इंडस्ट्रियल कनेक्शन को ही स्मार्ट मीटर से जोड़ा जा रहा है। सूत्रों की माने तो इंडस्ट्रियल एरिया वाले सभी क्षेत्रों में स्मार्ट मीटर की कार्यवाही विभाग द्वारा शुरू कर दी गई है साथ ही घरेलू कनेक्शन पर भी करवाई प्रारंभ हो गई है। यह भी जानकारी में आया है कि स्मार्ट मीटर लगाने के बाद उपभोक्ता की धरोहर राशि या तो उसके विद्युत रिचार्ज में समाहित कर दी जाएगी या उपभोक्ता के मांग पर उसको भुगतान कर दिया जाएगा। इन सारे चर्चाओं के बीच उपभोक्ता एवं विद्युत वितरण विभाग के बीच भ्रांतियां का जो भ्रम बना हुआ है। उसका समाधान करने के लिए विद्युत विभाग को पहल करनी होगी तथा स्मार्ट मीटर के फायदे एवं नुकसान भी विद्युत विभाग द्वारा विद्युत उपभोक्ताओं को बताने पर ही भ्रांतियां का निराकरण किया जा सकेगा।