भोंपूराम खबरी,रुद्रपुर। 3 अक्टूबर से आरंभ होने वाली शारदीय नवरात्रि इस दफा कुछ खास है। वह इसलिए, क्योंकि आमतौर पर नवरात्रि नौ दिनों की होती है, लेकिन इस बार नवरात्रि की तृतीया तिथि दो दिन होने के कारण माता के नवरात्रों की धूम पूरे दस दिन तक रहेगी। बताना होगा कि अबकी बार की नवरात्रि पर तृतीया तिथि पांच एवं छह अक्टूबर को अर्थात दो दिवस रहेगी तथा बढ़ी हुई तृतीया तिथि अर्थात छह अक्टूबर की रात्रि में भद्रा काल भी रहेगा ।
इसके अगले दिन अर्थात सात अक्टूबर को नवरात्रि का चौथा दिन होगा ।धर्माचार्यों के अनुसार नवरात्रों की तिथि में वृद्धि बेहद शुभ होने के साथ- साथ समृद्धि लाने वाली भी होती है सनातन धर्म के जानकारों के अनुसार नवरात्रि की अवधि में वृद्धि के कारण, कन्या राशि के जातकों के लिए बेहद शुभ योग बनने के आसार भी रहते हैं लिहाजा यह नवरात्रि घटस्थापना के समय कन्या राशि में चतुर्ग्रही योग बनाने की कारण ,कन्या राशि वालों के लिए बेहद शुभ एवं विशिष्ट है। नक्षत्र के जानकारों के अनुसार हर बार नवरात्र स्थापना पर चित्रा नक्षत्र एवं बुधादित्य योग योग रहता है जो की घट स्थापना में टाला जाता है, लेकिन इस बार कन्या राशि में चतुर्ग्रही योग बन रहा है।
जिसमें बुध ,सूर्य ,केतु और चंद्रमा विराजमान रहेंगे। इस प्रकार कन्या राशि में सूर्य एवं बुद्ध के मिलन सेबुधादित्य योग तथा शुक्र और राहु ग्रह के बीच षडाष्टक योग भी बनेगा।
पंचांग के अनुसार शारदीय नवरात्र के दिन घटस्थापना मुहूर्त 03 अक्टूबर को सुबह 06 बजकर 15 मिनट से लेकर सुबह 07 बजकर 22 मिनट तक है। वहीं, अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 46 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 33 मिनट तक है।शारदीय नवरात्र पर घट स्थापना के समय इस बार पूरे दिन हस्त नक्षत्र में शुभ संयोग रहेगा। पंचांग के अनुसार घट स्थापना का सर्वश्रेष्ठ समय 3 अक्टूबर को प्रातः 6 बजाकर 24 मिनट से 8ः 45 मिनट तक तथा अभिजीत मुहूर्त दिन में 11ः 52 बजे से 12ः 39 मिनट तक है। इसी प्रकार चौघडिया का शुभ मुहूर्त प्रातः 6ः 24 बजे से 7ः 52 मिनट तक तथा चर,लाभ व अमृत के चौघडिए का शुभ मुहूर्त दिन में 10ः 48 बजे से दोपहर 3ः12 मिनट तक रहेगा। अबकी बार शारदीय नवरात्रि पर अश्विन शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 10 अक्तूबर 2024 को दोपहर 12.31 से शुरू होगी और 11 अक्तूबर 2024 को दोपहर 12.06 पर समाप्त होगी। इसके बाद नवमी तिथि लग जाएगी।