भोंपूराम खबरी। राजस्थान के मेहंदीपुर बालाजी के एक आश्रम में उत्तराखंड के देहरादून निवासी एक ही परिवार के चार सदस्यों की संदिग्ध हालात में मौत हो गई है। एसपी सिटी प्रमोद कुमार के मुताबिक मंगलवार दोपहर बांगखाला चकतुनवाला, थाना रायपुर निवासी 52 वर्षीय सुरेंद्र कुमार उपाध्याय, उनकी पत्नी 48 वर्षीय कमलेश, पुत्री 35 वर्षीय नीलम और पुत्र 32 वर्षीय नितिन के शव आश्रम के एक कमरे में मिलने की सूचना आई थी। एसपी सिटी के मुताबिक ये सभी लोग तीन-चार दिन पूर्व ही मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में दर्शन के लिए गए थे। वह वहां एक आश्रम के कमरा नंबर 119 में ठहरे हुए थे। उस कमरे के भीतर से दुर्गंध उठने की सूचना कर्मचारियों ने पुलिस को दी। राजस्थान पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो चारों के शव बरामद होने से हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि सुरेंद्र कुमार आउटसोर्सिंग के तहत आयुध निर्माणी में नौकरी करते थे। उनका बेटे नितिन सरकारी नौकरी में था। नितिन अविवाहित थे। बेटी नीलम का पति से विवाद चल रहा था। इसलिए वह पिता के साथ रह रही थी। अब पुलिस ने तमाम एंगल से इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
साजिश या सामूहिक आत्महत्या
मेहंदीपुर बालाजी के आश्रम में देहरादून के चार लोगों की संदिग्ध मौत की गुत्थी उलझती जा रही है। पुलिस इनकी मौत के तीन संभावित कारण मानकर चल रही है। पहला कारण जहर खुरानी गिरोह भी है। पुलिस को अंदेशा है कि परिवार के सदस्यों को जहर खुरान गिरोह ने शिकार बनाया होगा। दूसरा एंगल सामूहिक आत्महत्या और तीसरा एंगल साजिश का भी हो सकता है। पुलिस नीलम के ससुरापक्ष को भी जांच के दायरे में शामिल कर रही है। नीलम के पति और ससुराल वालों से विवाद की बात सामने आई है। पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि कहीं यह हत्या तो नहीं है।