भोंपूराम खबरी। तस्करों से भीषण मुठभेड़ में गोली लगने से एक वन रक्षक गंभीर रूप से घायल हो गया। ये घटना मंगलवार-बुधवार मध्यरात्रि में उत्तराखंड के तराई पूर्वी वन प्रभाग हल्द्वानी के रनसाली रेंज के नानकमत्ता के कैथुलिया में घटी है। वन विभाग के अफसरों के मुताबिक रात करीब एक बजे सूचना मिली थी कि कुछ तस्कर खैर की लकड़ी ले जा रहे हैं। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम ने कैथुलिया में चेकिंग अभियान शुरू कर दिया था। इसी दौरान पिकअप वाहन में 50 कुंतल खैर की लकड़ी देख वन कर्मी अलर्ट हो गए थे। वन कर्मियों को देखते ही तस्करों ने पेड़ों की आड़ में छिपकर गोलियां चलानी शुरू कर दी। जवाब में वन कर्मियों ने भी फायरिंग शुरू कर दी थी। देखते ही देखते मौके पर भीषण मुठभेड़ शुरू हो गई थी। इसी बीच तस्करों की एक गोली वन रक्षक जितेंद्र बिष्ट के पैर में लग गई। इससे जितेंद्र बिष्ट गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं दूसरी ओर खुद को घिरता देख तस्कर बाइक और खैर से लदा पिकअप मौके पर छोड़कर फरार हो गए थे।
दो संदिग्ध हिरासत में
मुठभेड़ की सूचना के बाद सीओ सहित पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई थी। पुलिस ने तमाम लोगों से पूछताछ भी की। शक के आधार पर दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है। उनके कई एंगल से पूछताछ चल ही है। साथ ही वन विभाग ने पिकअप सहित खैर की लकड़ी कब्जे में ले ली है। घटना से वन महकमे में खलबली मची हुई है।
घायल वन रक्षक एसटीएच में भर्ती
गोली लगने से घायल वन रक्षक को प्राथमिक उपचार के बाद सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी रेफर कर दिया था। चिकित्सकों ने उसके पैर से गोली निकाल दी है। अभी उसकी हालत में सुधार बताया जा रहा है। तराई पूर्वी वन प्रभाग हल्द्वानी के डीएफओ हिमांशु बागरी ने कहा की वन तस्करों को किसी भी क़ीमत बक्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जल्द ही वन तस्करों को पकड़ लिया जाएगा।