भोंपूराम खबरी। हिमाचल प्रदेश में सोमवार को बारिश ने कहर बरपाया है, जिसमें 22 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से नौ शिमला के दो इलाकों में एक ढहे हुए मंदिर और कुछ घरों के मलबे के नीचे दब गए थे। वहीं, सोलन जिले में बादल फटने से एक ही परिवार के सात सदस्यों की मौत हो गई। इससे पहले रविवार की रात बादल फटने से सोलन में दो घर बह गए। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि छह लोगों को बचा लिया गया, जबकि जादोन गांव में सात अन्य की मौत हो गई। एकतरफ तो हिमाचल में बारिश कहर ढा रही है तो वहीं दूसरी तरफ उत्तराखंड में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है।
सोलन जिले के बलेरा पंचायत में भूस्खलन में अस्थायी घर ढह जाने से दो बच्चों की मौत हो गई और उनमें से एक का शव बरामद कर लिया गया है। सोलन के उपायुक्त मनमोहन शर्मा ने कहा कि रामशहर तहसील के बनाल गांव में भूस्खलन में एक और महिला की मौत हो गई।
हमरपुर में उपायुक्त ने बताया कि जिले में लगातार बारिश के कारण तीन लोगों की मौत हो गयी है जबकि दो लापता हैं। उन्होंने सभी जिलेवासियों से अपील की है कि वे खराब मौसम को देखते हुए विशेष सावधानी बरतें और अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचें।
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष राजीव बिंदल से बात की है और बादल फटने और भूस्खलन से हुए नुकसान की जानकारी ली है। उन्होंने हिमाचल प्रदेश को हर तरह से पूरा सहयोग देने की बात कही।
उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद भूस्खलन के कारण यातायात की आवाजाही में व्यवधान के कारण 14 और 15 अगस्त को चार धाम यात्रा अस्थायी रूप से रोक दी गई है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को राज्यों के कई जिलों में भारी बारिश के कारण आई आपदा से उत्पन्न स्थिति को लेकर देहरादून स्थित अपने आवास पर अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को नागरिकों की सुरक्षा और उनके लिए हर संभव सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अशोक कुमार ने सभी लोगों से भारी बारिश के अलर्ट के कारण पहाड़ी इलाकों में न जाने की अपील की है। डीजीपी ने कहा, “मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। 12 अगस्त से खासकर गढ़वाल क्षेत्र में भारी बारिश हुई है। सभी जगहों पर सड़कें बंद हैं और पुलिस और एसडीआरएफ की टीम अलर्ट पर है।