भोंपूराम खबरी,रुद्रपुर । संतान की लंबी आयु और संतान प्राप्ति के लिए किया जाने वाला अहोई अष्टमी व्रत आज रखा गया । कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाने वाला व्रत करवा चौथ के चौथे दिन आता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस व्रत में माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा की जाती है। माताएं अपनी संतान की लंबी आयु की कामना के लिए ये व्रत करती हैं।
हिंदू धर्म में अहोई अष्टमी का विशेष महत्व है। यह व्रत संतान की सुख-समृद्धि के लिए रखा जाता है। अहोई अष्टमी का व्रत कठिन व्रतों में से एक है। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं।ज्योतिषाचार्य लव कुश भारद्वाज के मुताबिक यह व्रत गुरुवार 12 बजकर 49 मिनट से शुरू होकर शुक्रवार की दोपहर 02 बजकर 09 मिनट तक रहेगा , भगवान गणेश की पूजा अवश्य करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि अहोई अष्टमी व्रत तारों को देखकर खोला जाता है, इसके बाद अहोई माता की पूजा की जाती है। उन्होंने बताया कि इस दिन कथा सुनते समय हाथ में 7 अनाज लेना शुभ माना जाता है। पूजा के बाद यह अनाज किसी गाय को खिलाना चाहिए।