भोंपूराम खबरी। उत्तराखंड प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की वरिष्ठ उपाध्यक्ष, और 66 विधानसभा रुद्रपुर से कांग्रेस की तरफ से विधायक का चुनाव लड़ी, पूर्व पालिका अध्यक्ष श्रीमती मीना शर्मा ने कहा है कि हमें मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के चित्र के साथ-साथ उनके चरित्र की भी पूजा करनी चाहिए,श्रीमती शर्मा ने कहा कि भगवान श्री राम ने जो आदर्श हमारे सामने प्रस्तुत किये,उस पर चलकर हम देश को समृद्धशाली,खुशहाल, और मजबूत बना सकते हैं, श्रीमती शर्मा भूतबंगला स्थित श्री राम हनुमान देवी जागरण मंडल द्वारा आयोजित मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की लीला का बतौर मुख्य अतिथि दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन कर रही थी । इससे पूर्व यहां पहुंचने पर रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों द्वारा श्रीमती शर्मा सहित अन्य अतिथियों का फूल माला पहनाकर , पीत वस्त्र डालकर,और स्मृति चिन्ह प्रदान कर स्वागत किया गया । बाद में श्रीमती शर्मा सहित अन्य अतिथियों, पूर्व प्रधान विजय यादव, जगदीश कलर लैब के एम डी जगदीश टंडन,शहर के प्रमुख समाजसेवी बिट्टू छाबड़ा, एडवांस टेंट हाउस के एम डी सुधीर अरोरा, पूर्व प्रधान राजेश सिंह, कांग्रेस नेता अनिल शर्मा, नगर पालिका परिषद के पूर्व सभासद कालीचरण वाल्मीकि, कांग्रेस नेत्री सरोज रानी आदि ने दीप प्रज्वलित कर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की लीला का उद्घाटन किया । बाद में वृंदावन से आई रामलीला मंडली द्वारा धनुष यज्ञ, सीता स्वयंवर, और परशुराम लक्ष्मण संवाद की सुंदर लीला का चित्रण किया गया । रामलीला के उद्घाटन अवसर पर श्रीमती शर्मा ने कहा कि भगवान श्री राम ने शबरी के झूठे बेर खाकर समाज को एक बड़ा संदेश दिया, उन्होंने कहा कि प्रभु श्री राम ने हम सभी को जात-पात,ऊंच नीच, भेदभाव, अमीरी गरीबी, से ऊपर उठकर समाज के लिए कार्य करने का संदेश दिया, इसके अलावा उन्होंने तमाम ऐसे कार्य किए जो आज भी हमारे लिए प्रासंगिक हैं, हमें उन पर चलने की आवश्यकता है । इस अवसर पर ग्राम सैजना के पूर्व प्रधान और कांग्रेस नेता विजय यादव ने भी प्रभु श्री राम के चरित्र और उनके जीवन के बारे में विस्तार से बताया और सभी को उसका अनुसरण करने का आह्वान किया । उद्घाटन अवसर पर अनिल शर्मा, विजय वर्मा, विजय गुप्ता, राजेश गुप्ता, संतोष दिवाकर,नत्थू लाल गुप्ता,चैनसुख मिश्रा,रवि गुप्ता, चंद्रकली देवी, पूजा वर्मा, कमलेश, संतोष, पुष्पा,सहित बड़ी संख्या में अन्य लोग उपस्थित थे । संचालन गिरीश चंद्र श्रीवास्तव द्वारा किया गया ।