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Monday, September 16, 2024

महिला आईपीएस की सच्ची प्रेम कहानी : सात फेरों के बंधन में बंधी

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भोंपूराम खबरी। खूबसूरत महिला आईपीएस को कोरोना काल के दौरान समाज सेवा कर रहे लड़के से प्यार हुआ. लड़के का यह मददगार स्वभाव आईपीएस के दिल में उतर गया और उसने उसे अपना जीवनसाथी बनाने का फैसला कर लिया.।

प्यार एक ऐसा भाव है, जो किसी से योजना बनाकर नहीं किया जाता. यह तो बस अपने आप हो जाता है. उत्तराखंड में आईपीएस रचिता जुयाल को भी समाज सेवा में लगे एक लड़के से ऐसे ही प्यार हो गया और उन्होंने उसे अपना जीवनसाथी बनाने का फैसला कर लिया. अब दोनों हैप्पी मैरिड कपल हैं. वे कहती हैं कि लड़कों में थोड़ा जंगलीपना होता है लेकिन उससे भी काफी कुछ सीखा जा सकता है. दोनों की इस खूबसूरत जोड़ी की सोशल मीडिया पर काफी सराहना की जा रही है और उनके फोटो-वीडियो जमकर वायरल हो रहे हैं।

वर्ष 2015 में बनीं आईपीएस अधिकारी: हाल में आईपीएस रचिता जुयाल (IPS Rachita Juyal) ने सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियो में अपनी लव स्टोरी शेयर की है. वीडियो में वे बताती हैं कि उनके पिता भी पुलिस सेवा में रहे हैं. पिता की देखादेखी उन्होंने भी पुलिस सेवा में आने की ठानी और वर्ष 2015 में UPSC क्लियर करके आईपीएस अधिकारी बन गईं।

सोशल वर्क दे दौरान मिला ‘राजकुमार’: रचिता बताती हैं कि उन्हें सोशल वर्क में काफी दिलचस्पी है. पुलिस सेवा में आने के बाद भी उन्होंने अपने इस शौक को जीवित रखा है. वे कई एनजीओ की लगातार मदद करती रहती हैं. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऐसे ही एक सोशल वर्क में उनकी मुलाकात यशस्वी से हुई. वे यशस्वी को पहले से नहीं जानती थी. बाद में पता चला कि यशस्वी जुयाल (Yashasvi Juyal) प्रसिद्ध कोरियोग्राफर और टेलीविजन होस्ट राघव जुयाल (Raghav Juyal) के भाई हैं.

हर समय पॉजिटिव रहते हैं यशस्वी’: रचिता (IPS Rachita Juyal) मुस्कराते हुए कहती हैं कि सोशल वर्क की टीम में उन्हें यशस्वी सबसे समझदार लगे. बातचीत में पता चला कि वे एक आर्टिस्ट भी हैं. उन्होंने महसूस किया कि यशस्वी (Yashasvi Juyal) बहुत उदार हैं और किसी के बारे में बुरा नहीं सोचते. वे हर समय पॉजिटिव रहते हैं और अपने पास आने वाले हर व्यक्ति को बहुत तवज्जो देते हैं. उन्हें अपने काम से बहुत लगाव है।

दोनों ने मिलकर शादी का फैसला किया: वे बताती हैं कि धीरे-धीरे दोनों में बातचीत होने लगी और फिर उनमें दोस्ती हो गई. एक दिन यही दोस्ती आगे चलकर प्यार में बदल गई और दोनों ने शादी का फैसला कर लिया. रचिता कहती हैं कि पुलिस सेवा जॉइन करने के बाद जिंदगी काफी फास्ट हो गई थी लेकिन यशस्वी (Yashasvi Juyal) के आने के बाद उसमें सुकून भरा ठहराव आ गया है।

जंगलीपने से भी काफी कुछ सीखा जा सकता है’: वे (IPS Rachita Juyal) हंसते हुए कहती हैं कि लड़के आमतौर पर जंगली जैसे होते हैं लेकिन इस जंगलीपने से भी काफी कुछ सीखा जा सकता है. हर वक्त एक डिसिप्लिंड लाइन जीने के बजाय कभी कभार कुछ अव्यवस्थित भी करना चाहिए. इससे जिंदगी दिलचस्प हो जाती है. वे बताती हैं कि सोशल वर्क में दोनों की खासी दिलचस्पी है, जिसे वे साथ मिलकर एंज्वॉय करते हैं. रचिता जुयाल इन दिनों उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले की एसएसपी है आपको बताते चलें कि मैं काशीपुर में ट्रेनिंग के दौरान कोतवाली में प्रभारी निरीक्षक के पद पर तैनात रही थी।

सिविल सर्विसेज परीक्षा में 215वां रैंक हासिल करने वाली दून की बेटी रचिता जुयाल उत्तराखंड कैडर हासिल कर प्रदेश में महिला सशक्तिकरण की अलख जगाना चाहती थी पहले ही प्रयास में सफलता हासिल करने वाली रचिता के पिता बीपीडी जुयाल सीबीसीआईडी में इंस्पेक्टर थे, काशीपुर कोतवाली में प्रभारी निरीक्षक पद पर तैनात रहे हैं

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