भोंपूराम खबरी,रुद्रपुर। जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में जब एक जिला पंचायत सदस्य ने सहायक निदेशक मत्स्य से सवाल किया कि धौरा, बैगुल और नानक सागर जलाशयों के ठेके पिछले वर्षों की तुलना में कम रुपयों में क्यों दिए गए तो सहायक निदेशक संतोषजनक जवाब नहीं दे सके और बैठक छोड़कर चले गए। बाद में जिला पंचायत बोर्ड ने ठेके देने में अनियमितता का आरोप लगाते हुए सरकार से सीबीआई जांच की मांग का प्रस्ताव पारित किया।
जिला पंचायत सदस्य हरदेव सिंह हैरी ने सहायक निदेशक मत्स्य से कहा कि इस बार धौरा जलाशय का दस वर्ष के लिए ठेका 26 लाख में, बैगुल जलाशय का ठेका दस साल के लिए 70 लाख में और नानक सागर जलाशय का ठेका दस साल के लिए 1.15 करोड़ रुपए में दिया गया है, जो पिछले सालों की तुलना में कम है, जबकि ठेके की धनराशि बढ़नी चाहिए थी। इस सवाल का सहायक निदेशक मत्स्य कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। अलबत्ता सवाल से असहज होकर बैठक से ही उठ कर चले गए।
सदन छोड़कर जाने से जिला पंचायत सदस्य ने नाराजगी जाहिर की और ठेके की सीबीआई जांच की मांग रखी, जिस पर सदन ने ध्वनिमत से मामले की सीबीआई जांच कराने का प्रस्ताव पारित किया गया। जिला पंचायत सदस्य ने कहा कि यदि सरकार ने सीबीआई जांच के आदेश नहीं दिए तो वे उच्च न्यायालय में सीबीआई जांच के लिए याचिका दायर करेंगे।