भोंपूराम खबरी,किच्छा। अवैध खनन के खिलाफ प्रशासन की कार्यवाही के बाद किच्छा तहसील के एक पटवारी का ट्रांसफर चर्चाओं में है। चर्चा है कि पटवारी का स्थानांतरण खनन व्यवसायी के इशारे पर किया गया है। गौरतलब हो कि बीती 20 अप्रैल को किच्छा राजस्व विभाग की टीम ने पुरानी गल्ला मंडी स्थित रपटा पुल के नजदीक गौला नदी में अवैध खनन की शिकायत पर छापेमारी की थी। इस कार्यवाही में टीम ने जेसीबी को पकड़ उसे सीज किया था। इस कार्यवाही को अभी कुछ समय ही बीता था कि किच्छा तहसील के एक पटवारी का ट्रांसफर एकाएक कर दिया गया। बताया जा रहा है कि यह पटवारी छापेमारी करने गयी टीम में शामिल था। कहा जा रहा है कि खनन के व्यवसायी को यह बात बेहद नागवार गुजरी कि टीम द्वारा कार्यवाही की गयी है। चर्चा है कि खनन कारोबारी पर प्रशासन व राजनेता का हाथ है। इसलिये ही उसके द्वारा बेखौफ होकर खनन का काम किया जा रहा था। बीती 20 अप्रैल को जब राजस्व विभाग ने उसके खिलाफ कार्यवाही की तो बात उसकी नाक पर आ गयी। ऐसे में उसने प्रशासन व राजनेता के इशारे पर पटवारी को हटवा दिया। बहरहाल, इस पूरे प्रकरण से यह बात साफ है कि खनन के कारोबारियों की नजदीकियां प्रशासन व राजनेताओं से काफी हैं। यही कारण है कि अगर कोई अधिकारी इनके खिलाफ जाकर कार्यवाही करता है तो यह अपनी पकड़ का फायदा उठाकर ईमानदार अधिकारी पर कार्यवाही करवा देते हैं। ऐसे में किच्छा क्षेत्र में खनन के कारोबारियों के हौसले काफी बुलंद हैं।