भोंपूराम खबरी। कानपुर में 14 दिन तक छिपे रहने के बाद तेंदुआ एक बार फिर अपने पुराने ठिकाने आईआईटी और राष्ट्रीय शर्करा संस्थान (एनएसआई) में नजर आया है। दोनों ही संस्थानों के सुरक्षाकर्मियों ने उसे पास से देखा भी। हालांकि वह चंद सेकेंडों में ही आंखों से हो गया। आईआईटी में प्रोफेसर आवास वाले इलाकों और एनएसआई में गर्ल्स हास्टल के पास की झाड़ियों से निकलकर सपार करते दिखा है। उसकी यह चहलकदमी सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुई है। तेंदुआ दिखने से इन संस्थानों के छात्रों और कर्मचारियों में एक बार फिर दहशत बढ़ गई है।
गुरुवार रात सबसे पहले करीब साढ़े दस बजे आईआईटी में प्रोफेसरों के आवास वाली सड़क पर तेंदुआ घूमते दिखा। उन्होंने आनन फानन में इसकी जानकारी सुरक्षा अधिकारियों को दी। इस बीच वन विभाग को सूचना देकर संस्थान में सतर्कता बरतने का मैसेज जारी कर दिया गया। इसके कुछ घंटे बाद ही शुक्रवार भोर पौने चार बजे सबसे पहले सुरक्षाकर्मियों ने गर्ल्स हॉस्टल के पास तेजी से भागता हुआ तेंदुआ देखा।
पुष्टि के लिए वहां का सीसीटीवी कैमरा चेक किया तो फुटेज में उचहलकदमी दिखाई दी। डीएफओ श्रद्धा यादव ने कहा कि एनएसआई और आईआईटी कानपुर कैम्पस में तेंदुआ लौट आया है। टीम को मौके पर भेजकर एनएसआई में दो और आईआईटी में फिर से एक पिंजड़ा लगवा दिया गया है। इसबार ट्रेंकुलाइजर करने के बजाय उसे पिंजड़े में फंसाने की योजना पर काम किया जाएगा।