
भोंपूराम खबरी। मध्य प्रदेश निवासी दो सगे भाइयों ने उत्तराखंड के हल्द्वानी पहुंचकर खौफनाक कदम उठाया। पुलिस के मुताबिक मध्य प्रदेश के रीवा निवासी 22 वर्षीय शिवेश मिश्रा और 20 वर्षीय बृजेश मिश्रा पुत्रगण मनोज मिश्रा बुधवार शाम उत्तराखंड के नैनीताल जिले के हल्द्वानी स्थित काठगोदाम पहुंचे थे। उसके बाद दोनों भाई काठगोदाम होते हुए भद्यूनी स्थित गोलज्यू मंदिर से नीचे जंगल की ओर चले गए थे। वहां दोनों ने सल्फास गटक लिया। विषपान से उनकी हालत बिगड़ने लगी। देखते ही देखते शिवेश ने दम तोड़ दिया था। जंगल से लौट रहे कुछ ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। एसआई नीतू जोशी मौके पर पहुंचीं और दोनों को एसटीएच में भर्ती कराया। चिकित्सकों ने शिवेश को मृत घोषित कर दिया। पुलिस के मुताबिक सीडीआर की जांच में पता चला है कि दोनों का फोन चार दिनों से बंद था। घटना की सूचना मृतक शिवेश के मौसा को दी गई है। वह हल्द्वानी के लिए रवाना हो गए हैं। उनके आने के बाद ही पोस्टमार्टम की कार्रवाई होगी।

माता-पिता ने भी किया था विषपान
मध्य प्रदेश के दो भाइयों के विषपान की घटना से हड़कंप मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि इन दोनों सगे भाइयों के माता-पिता ने भी करीब पांच माह पूर्व विषपान कर जान दी दी थी। दोनों भाई मां-बाप की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाए थे। मां-बाप की मौत के बाद दोनों भाई रिश्तेदारों के घरों में शरण लेने को विवश हो गए थे। मां-बाप की मौत के सदमे के अलावा दोनों भाई बेरोजगारी से त्रस्त हो चुके थे। उनके पास कोई रोजगार नहीं था। दोनों बेहद तनाव में चल रहे थे। इसी को देखते हुए वह दोनों सैकड़ों मील का सफर तय कर एमपी से हल्द्वानी पहुंच गए थे। यहां उन्होंने जंगल में विषपान कर लिया।
नहीं मिल पा रहा था रोजगार
मध्य प्रदेश के सगे भाइयों का हल्द्वानी आकर खौफानक कदम उठाना कई सवाल खड़ा कर गया है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि ऐसा ही कदम उठाना था तो दोनों ने सात सौ किमी का सफर क्यों किया। दोनों का हल्द्वानी में कोई परिचित भी नहीं है। पुलिस बृजेश की हालत में सुधार का इंतजार कर रही है, ताकि मामले का कारण स्पष्ट हो सके। पुलिस के मुताबिक शिवेश और बृजेश के माता-पिता ने पांच महीने पहले जहर खाकर जान दी थी। तब से वह कभी अपने नानी-नाना तो कभी दूसरे रिश्तेदारों के यहां रह रहे थे। माता-पिता के जाने के बाद दोनों तनाव में थे। दोनों भाई लंबे समय से नौकरी की तलाश कर रहे थे लेकिन रोजगार नहीं मिल पा रहा था। दोनों बिना किसी को बताए यहां आए थे।



