
भोंपूराम खबरी। उत्तराखंड सरकार को राज्य बने 25 वर्ष हो गए हैं, और यह समय इस बात की समीक्षा करने का है कि हम कैसे अपनी परीक्षा प्रणाली को बेहतर बना सकते हैं। पीसीएस की मुख्य परीक्षा को अचानक रोकने से परीक्षार्थियों को परेशानी हुई है, लेकिन यह हमें अपनी प्रणाली में सुधार के अवसर की ओर ले जा सकता है।

हमें ऐसी एजेंसियों को ब्लैकलिस्ट करना चाहिए जो परीक्षाओं में गड़बड़ी पैदा करती हैं और भविष्य में इस तरह की परेशानियों को रोकने के लिए कानून बनाना चाहिए। उत्तराखंड में परीक्षाएं समय पर आयोजित करने और परिणाम जल्दी घोषित करने से हम अपने युवाओं को बेहतर अवसर प्रदान कर सकते और बुद्धिमान परीक्षार्थी जो पलायन के लिए मजबूर हो रहे हैं, उन्हें रोका जा सके हैं और राज्य के विकास में उनकी भागीदारी सुनिश्चित कर सकते हैं। यह बात उत्तराखंड कांग्रेस प्रवक्ता व दर्जा राज्य मंत्री डॉ गणेश उपाध्याय ने प्रेस विज्ञप्ती के माध्यम से कहीं।


