Sunday, December 7, 2025

यहां घर में घुसा तेंदुआ, रात भर बाथरूम में रहा बंद, वन विभाग ने किया रेस्क्यू

Share

भोंपूराम खबरी,अल्मोड़ा। जिले में गुलदारों की बढ़ती सक्रियता अब सीधे रिहायशी इलाकों तक पहुंच चुकी है। मंगलवार तड़के एक सनसनीखेज घटनाक्रम में शहर के पॉश इलाके पूर्वी पोखरखाली में एक मकान के बाथरूम में गुलदार घुस आया, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया।

किरायेदार की सतर्कता से बड़ी अनहोनी टल गई और वन विभाग ने मौके पर पहुंचकर गुलदार को सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर लिया। पूर्वी पोखरखाली निवासी पंकज तिवारी के मकान में रह रहे किरायेदार सुरेश कुमार ने बताया कि देर रात करीब 1.30 बजे कुत्तों के भौंकने की आवाज से उनकी नींद टूटी। उन्होंने बाहर आकर देखा लेकिन कुछ नजर नहीं आया, और वे दोबारा सो गए। कुछ समय बाद फिर कुत्ते भौंकने लगे, तो उन्होंने पुनः बाहर निकलकर जांच की। इस बार उन्हें आशंका हुई कि आस पास गुलदार हो सकता है। जब उन्होंने पीछे बाथरूम की ओर देखा तो वहां का दरवाजा खुला मिला। अंदर झांकने पर उन्होंने देखा कि बाथरूम के स्लैब पर गुलदार बैठा हुआ है और उसकी पूंछ लटक रही है। उसी समय एक खून से लथपथ कुत्ता भी बाथरूम से बाहर भागा। सुरेश कुमार ने तत्काल स्थिति की गंभीरता को समझते हुए हिम्मत दिखाते हुए बाथरूम का दरवाजा बंद कर दिया और तुरंत 112 पर पुलिस को सूचना दी। सूचना पर तड़के करीब 6 बजे पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। स्थानीय लोगों की भारी भीड़ भी घटनास्थल पर जुट गई। गुलदार को ट्रेंकुलाइज (बेहोश) कर पिंजरे में डालने तक टीम को खासी मशक्कत करनी पड़ी। अंततः उसे सकुशल रेस्क्यू कर रेस्क्यू सेंटर ले जाया गया। वन क्षेत्रधिकारी मोहन राम ने बताया कि पकड़ा गया गुलदार करीब 3 से 4 साल का है। उसे प्राथमिक उपचार के बाद पूरी तरह स्वस्थ होने पर जंगल में उसके प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया जाएगा। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि वर्तमान में अल्मोड़ा नगर क्षेत्र सहित आसपास के इलाकों में गुलदारों की संख्या में इजाफा हुआ है, जिससे जनसुरक्षा की चिंता बढ़ रही है। पिछले कुछ समय में अल्मोड़ा शहर के कई हिस्सों में गुलदार देखे जाने की घटनाएं सामने आई हैं। चीनाखान और गोलनाकरडिया इलाकों से भी गुलदारों को रेस्क्यू किया जा चुका है। त्रिपुरा सुंदरी मंदिर, एलआर साह रोड, गोपालधारा और दन्या क्षेत्रें में भी हाल के दिनों में गुलदार देखे जाने की खबरें आई हैं। रामलीला जैसे आयोजनों के दौरान गुलदार की मौजूदगी ने स्थानीय निवासियों को और अधिक सतर्क कर दिया है।

Read more

Local News

Translate »