Monday, November 10, 2025

दक्षिण भारतीय सिनेमा के महानायक रजनीकांत ने वार्षिक आध्यात्मिक हिमालय यात्रा उत्तराखंड भ्रमण के बाद किया रुद्रपुर में विश्राम

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भोंपूराम खबरी,रूद्रपुर। दक्षिण भारतीय सिनेमा के महानायक और सुपरस्टार रजनीकांत अपनी वार्षिक आध्यात्मिक हिमालय यात्रा के तहत उत्तराखंड भ्रमण के बाद रुद्रपुर पहुंचे। उन्होंने इससे पूर्व ऋषिकेश, बद्रीनाथ और अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट स्थित पांडवखोली में मौजूद महावतार बाबा की गुफा में ध्यान साधना की।

रजनीकांत ने रुद्रपुर के पांच सितारा होटल रेडिसन ब्लू में रात्रि विश्राम किया। जिसके बाद वे पंतनगर एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना हुए। हालांकि उनके रुद्रपुर आगमन की खबर आम जनता और प्रशंसकों तक नहीं पहुंची बावजूद इसके, पुलिस और प्रशासन द्वारा होटल परिसर में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए थे। जानकारी के अनुसार रजनीकांत 5 अक्टूबर से उत्तराखंड की आध्यात्मिक यात्रा पर थे। हर साल की तरह इस बार भी उन्होंने 15 दिन के एकांत साधना के लिए हिमालयी क्षेत्र का रुख किया। यात्रा की शुरुआत उन्होंने ऋषिकेश से की, जहां वे स्वामी दयानंद आश्रम में रुके और गंगा आरती में भाग लेने के साथ-साथ ध्यान और साधना की। इस दौरान उन्होंने सादगी से सड़क किनारे पत्तल पर भोजन भी किया। इसके बाद वे बद्रीनाथ पहुंचे, जहां उन्होंने वैकुंठ धाम के दर्शन किए। फिर वे अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट क्षेत्र में स्थित पांडवखोली की पर्वतीय चोटी पर पहुंचे। यहां स्थित महावतार बाबा की गुफा में उन्होंने गहन ध्यान साधना की। यह वही स्थल है जहां रजनीकांत वर्ष 2002 में पहली बार साधना के लिए आए थे, और तभी से उनका इस स्थान से गहरा जुड़ाव बन गया है। ऐसा माना जाता है कि पांडवखोली की गुफा में साधना के बाद रजनीकांत की कई फिल्मों को उल्लेखनीय सफलता मिली है। वर्ष 2019 में उन्होंने अपनी फिल्म ‘दरबार’ की सफलता के लिए भी यहीं साधना की थी, जबकि उनकी फिल्म ‘काला’ की सफलता के पीछे भी इसी आध्यात्मिक स्थल की भूमिका बताई जाती है। सरल जीवन और गहरी ईश्वरभक्ति के लिए प्रसिद्ध रजनीकांत अत्यंत सादगी से जीने में विश्वास रखते हैं। देवभूमि उत्तराखंड से उनका विशेष लगाव रहा है और यही कारण है कि वे समय-समय पर यहां आते रहते हैं।

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