
भोंपूराम खबरी। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में वन्यजीवों को आबादी में आ जाना आम बात है. लेकिन मंगलवार सुबह ग्रामीणों ने एक तेंदुए को खेत में फंदे में फंसे देखा, आनन फानन में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. कई घंटों तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद तेंदुए को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है. सीमा पर हुई इस घटना के बाद सुरक्षा के लिहाज से निगरानी बढ़ा दी गई है.

दरअसल पूरा मामला यूपी उत्तराखंड सीमा पर स्थित भगचूरी गांव का है. जानकारी के मुताबिक मंगलवार तड़के खेत पर गए किसानों की नजर एक तेंदुए पर पड़ी. जब किसानों ने गौर किया तो उन्हें तेंदुआ असहज स्थिति में दिखाई दिया. जिसमे बाद पूरे मामले की जानकारी यूपी व उत्तराखंड वन विभाग को दी गई. संबंधित इलाका उत्तराखंड वन विभाग खटीमा रेंज के अन्तर्गत आता है. ऐसे में खटीमा रेंज की टीम व वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया के तराई टाइगर प्रोजेक्ट की क्विक रिस्पॉन्स टीम मौके पर पहुंची. शुरुआती जांच में सामने आया कि तेंदुए के पिछले पंजे शिकार के लिए लगाए गए एक फंदे में फंसे हुए हैं. तेंदुए को फंदे से छुड़ाने के लिए रेस्क्यू की आवश्यकता थी. जिसके बाद हल्द्वानी से विशेषज्ञों की टीम बुलाई गई. कई घंटो की कड़ी मशक्कत के बाद मंगलवार शाम 3-4 बजे के बीच तेंदुए को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया. रेस्क्यू के बाद तेंदुए के पंजों को फंदे से आजाद किया गया. हाल फिलहाल निगरानी के लिहाज से तेंदुए को पूर्वी तराई वन प्रभाग की सुरई रेंज ले जाया गया है. जहां विशेषज्ञों की टीम तेंदुए का आवश्यक परीक्षण करेगी, जिसके बाद ही आगे का फैसला लिया जाएगा.
गौरतलब है कि बीते दिनों वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो की ओर से देश के कई इलाकों में शिकार की संभावना जताते हुए रेड अलर्ट जारी किया था. जानकारी के मुताबिक सीमा पर हुई इस घटना के बाद पीलीभीत टाइगर रिजर्व में सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है.