

भोंपूराम खबरी। नाबालिग ने स्कूल बस को सड़क पर दौड़ा दिया। ये मामला यूएस नगर जिले के शक्तिफार्म का है। बताया जा रहा है कि स्कूल बस का चालक एक नाबालिग को बस ड्राइविंग की जिम्मेदारी सौंप कर खुद घूमने चला गया। नाबालिग ने गुरुवार को स्कूल के 35 बच्चों की जान खतरे में डाल दी। गुरुवार सुबह नेताजी सरस्वती शिशु मंदिर की बस अरविंद नगर से करीब 35 बच्चों को लेकर विद्यालय आ रही थी। रास्ते में करीब आठ बजे बस एकाएक अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई। हादसे में बस सवार शिक्षिका हेमू राणा और 11 बच्चे चोटिल हो गए। चोटिल छात्रों को इलाज के लिए अरविंदनगर के उप स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने बस को कब्जे में ले लिया। अभिभावकों ने अपने बच्चों से बात कर बताया कि स्कूल बस को एक नाबालिग चालक चला रहा था। उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं था। उसने ईयरफोन लगा रखा था। मोबाइल फोन पर गाना बदलते समय यह हादसा हुआ। हादसे की सूचना जैसे ही परिजनों को मिली तो वे बदहवास घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। कुछ बच्चों को गुम चोट और मामूली खरोंच थीं, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया। परिजनों ने बच्चों को सकुशल देख राहत की सांस ली। बाद में परिजन बच्चों को घर ले गए। शक्तिफार्म पुलिस चौकी इंचार्ज प्रकाश भट्ट के मुताबिक बस को पुलिस ने कब्जे में लिया है। सीओ सितारगंज भूपेंद्र धौनी ने के मुताबिक, स्कूल बस को नाबालिग के चलाने की जानकारी पुलिस को मिली है। पुलिस जांच कर रही है।

स्कूल में हुआ हंगामा
गुरुवार को स्कूल बस का चालक कान में ईयरफोन लगाकर गाना सुन रहा था। मोबाइल पर गाना बदलते वक्त हादसा हुआ, जिसमें एक शिक्षिका और 11 छात्र घायल हो गए। अभिभावकों ने बताया कि स्कूल बस को नाबालिग चला रहा था। उसके कान में ईयरफोन लगे थे। मोबाइल फोन पर गाना बदलते समय वह बस से नियंत्रण खो बैठा और बस पेड़ से टकरा गई। हादसे में कुछ बच्चों को हल्की चोटें आईं। परिजनों ने बच्चों को सकुशल देख राहत की सांस ली। वहीं घटना से आक्रोशित अभिभावकों ने विद्यालय पहुंचकर जमकर हंगामा काटा। उन्होंने विद्यालय प्रबंधन को हादसे के लिए जिम्मेदार बताते हुए आक्रोश जताया।