Thursday, March 20, 2025

इस जिले के ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा बदहाल

Share

भोंपूराम खबरी,रुद्रपुर। डॉक्टरों की कमी से जिले के ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा बदहाल हो गई है। जिले के 33 में से 22 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (ए टाइप) में चिकित्साधिकारियों के पद लंबे समय से रिक्त पड़े हैं।सीएमओ कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार पीएचसी शक्तिफार्म, नगलातराई, शांतिपुरी, प्रतापपुर, मैनाझुंडी, नारायणपुर, गूलरभोज, सकैनिया, बन्नाखेड़ा, हरपुराहरसान, बेरियादौलत नारायणनगर, पतरामपुर, गड़ीनेगी, हल्दी (किच्छा), पक्कीखमरिया, रायपुर ( गदरपुर), साधुनगर तिलियापुर, रामनगर, जोगीपुरा, करनपुर में चिकित्सा अधिकारी के पद रिक्त हैं चिकित्साधिकारियों के पद रिक्त होने से लोगों को सरकारी अस्पतालों का उचित लाभ नहीं मिल रहा है। चिकित्साधिकारी विहीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेरियादौलत, नारायणनगर, पतरामपुर और हल्दी ( किच्छा) में ही संविदा चिकित्सक तैनात हैं। शेष 18 अस्पतालों में संविदा चिकित्सक भी तैनात नहीं हैं। अस्पताल फार्मासिस्टों के हवाले हो गए है।

किच्छा में सेवा देंगे फिजिशियन

नव नियुक्त मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. केके अग्रवाल ने जिले की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में कदम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं। सीएमओ के निर्देश पर अब प्रत्येक कार्यदिवस पर फिजिशियन किच्छा के उप जिला अस्पताल में दो घंटे सेवा देंगे। सीएमओ ने बताया कि किच्छा उप जिला अस्पताल में फिजिशियन का पद रिक्त होने से मरीजों को दिक्कत हो रही थी। अस्पताल में स्थायी फिजिशियन की तैनाती होने तक निजी अस्पताल के फिजिशियन किच्छा अस्पताल में प्रत्येक दिन दो घंटे निशुल्क सेवा देंगे। फिजिशियन डॉ. रोनित ठुकराल ने सहमति दी है। सीएमओ ने कहा कि वह हर रोज जिले के अस्पतालों की सुविधाओं की समीक्षा कर रहे हैं। वह जल्द ही जिले के अस्पतालों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे। स्वास्थ्य अधिकारियों, डॉक्टरों के सहयोग से जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिले, इस बात का पूरा ध्यान रखा जाएगा।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ए टाइप में

चिकित्साधिकारियों के पद रिक्त होने की जानकारी स्वास्थ्य महानिदेशालय के संज्ञान में है। जिले को डॉक्टर मिलते ही रिक्तियों वाले अस्पतालों में तैनाती दी जाएगी। – डॉ. केके अग्रवाल, सीएमओ ।

Read more

Local News

Translate »