

भोंपूराम खबरी। हैदराबाद के ऐतिहासिक चारमीनार के पास स्थित गुलजार हौज इलाके में शनिवार सुबह एक भीषण आग ने तबाही मचा दी। एक रिहायशी और व्यावसायिक उपयोग वाली इमारत में आग लगने से कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई, जबकि 10 से अधिक लोग घायल हुए हैं। मरने वालों में कम से कम आठ बच्चे और पांच महिलाएं भी शामिल हैं। यह हादसा हाल के वर्षों में हैदराबाद की सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक माना जा रहा है।

प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, आग सुबह करीब 5:30 बजे उस वक्त लगी जब अधिकतर निवासी गहरी नींद में थे। आग इमारत के नीचे स्थित व्यावसायिक हिस्से में मौजूद मोती की दुकान से शुरू हुई और तेजी से पूरी बिल्डिंग में धुआं फैल गया। धुएं के चलते दम घुटने से कई लोगों की मौत हो गई।
राहत और बचाव कार्य
फायर डिपार्टमेंट को जैसे ही घटना की सूचना मिली, 11 दमकल गाड़ियां घटनास्थल पर भेजी गईं। इनमें लंगर हौज, मोगलपुरा, गौलगुड़ा, राजेन्द्र नगर, गांधी आउटपोस्ट और सालारजंग म्यूजियम स्टेशनों से भेजी गई गाड़ियां शामिल थीं। इसके अलावा, 2 रेस्क्यू टेंडर, एक ब्रोंटो स्काईलिफ्ट, 3 वॉटर टेंडर और एक फायर फाइटिंग रोबोट की भी मदद ली गई।
घायलों को DRDO अस्पताल, उस्मानिया जनरल अस्पताल और एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फायर डिपार्टमेंट का कहना है कि आग का मुख्य कारण शॉर्ट सर्किट है, जिसकी विस्तृत जांच जारी है।
प्रधानमंत्री और नेताओं की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए पीड़ितों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक्स पर लिखा, “हैदराबाद, तेलंगाना में आग की त्रासदी से जानमाल के नुकसान से गहरा दुख हुआ है। जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति संवेदनाएं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
केंद्रीय मंत्री और राज्य बीजेपी अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी ने मौके का दौरा किया और बताया कि आग एक मोती की दुकान से शुरू हुई, जिसके ऊपर ही मालिक का घर था। उन्होंने कहा, “यह एक बड़ा हादसा है, जिसमें कई लोगों की जान चली गई और कुछ घायल हैं। मैं किसी पर आरोप नहीं लगा रहा, लेकिन जिस तरह हैदराबाद तेजी से विकसित हो रहा है, उसे देखते हुए पुलिस, नगरपालिका, अग्निशमन और विद्युत विभागों को और सशक्त करने की जरूरत है।”