

भोंपूराम खबरी। ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब में इस वर्ष भी दीपावली और बंदी छोड़ दिवस के पावन अवसर पर तीन दिवसीय धार्मिक मेले का भव्य आयोजन 20 अक्टूबर से प्रारंभ हो रहा है। हर साल की तरह इस बार भी लाफों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना को देफते हुए प्रशासन और पुलिस विभाग ने तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है।

इसी क्रम में एक उच्चस्तरीय बैठक गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के कार्यालय में आयोजित की गई, जिसमें मेले के सफल संचालन और श्रद्धालुओं की सुविधा तथा सुरक्षा के सभी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता कर रहे उप जिलाधिकारी रविंद्र जुवांठा ने समस्त विभागीय अधिकारियों के साथ मेले के दौरान सुरक्षा व्यवस्था, यातायात प्रबंधन, विद्युत आपूर्ति, स्वास्थ्य सेवाओं और साफ-सफाई जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि श्रद्धालुओं की सुविधा में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान जोगेंद्र सिंह संधू ने प्रशासन को अवगत कराया कि श्रद्धालुओं के वाहनों की पार्किंग के लिए चार स्थान निर्धारित किए गए हैं, ताकि यातायात सुचारू बना रहे। मेले के दौरान लंगर, जोड़ा घर और गठरी घर में सेवादारों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा गुरुद्वारा परिसर, लंगर हॉल और अन्य प्रमुफ स्थलों पर भी सेवादारों की तैनाती रहेगी। बैठक में यह भी तय किया गया कि जेबकतरे जैसे असामाजिक तत्वों पर निगरानी रफने के लिए सादी वर्दी में पुलिस बल तैनात रहेगा। साथ ही, बीएसएनएल द्वारा फोदी गई लाइन की मरम्मत, सड़कों के गîक्कों की भराई और विद्युत व्यवस्था को सुधारने के लिए संबंधित विभागों को निर्देशित किया गया है। अधिकारियों ने मेले में आवश्यक मूलभूत सुविधाओं की बहाली के लिए तत्परता दिफाने का आश्वासन भी दिया। गौरतलब है कि नानकमत्ता का यह ऐतिहासिक मेला उत्तराफंड ही नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश के बरेली, रामपुर, पीलीभीत और मुरादाबाद जैसे जिलों से भी लाफों की संख्या में श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। बैठक में प्रबंधक रणजीत सिंह, किसान आयोग के उपाध्यक्ष राजपाल सिंह, पुलिस क्षेत्रधिकारी विमल रावत, थानाध्यक्ष उमेश कुमार, जेई नीरज कुमार, पूर्ति निरीक्षक, डायरेक्टर गुरवंत सिंह सोनी, एकाउंटेंट रणजीत सिंह राणा और सुफवंत सिंह भुल्लर समेत अनेक पदाधिकारी मौजूद रहे।
