Monday, November 10, 2025

उत्तराखंड में बच्चों पर अपराध का ग्राफ बढ़ रहा

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भोंपूराम खबरी,हल्द्वानी। उत्तराखंड में बच्चों के साथ घटित हो रहे अपराधों का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। राज्य में तीन साल के भीतर बच्चों के साथ अपराध के करीब पांच हजार मामले सामने आए हैं। हिमालयी राज्यों के बात करें तो बच्चों से अपराध के मामले में उत्तराखंड दूसरे स्थान पर है। पहले स्थान पर असम है।
राज्य में बच्चों के साथ अपराध के मामले बढ़ने का खुलासा राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट में हुआ है। एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तराखंड में साल 2021 में 1245, 2022 में 1706 और 2023 में 1710 घटनाएं दर्ज हुई हैं। इनमें हत्या, अपहरण व आत्महत्या के लिए उकसाना, अपहरण के बाद हत्या जैसे मामले शामिल हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक बच्चों के खिलाफ अपराध का क्राइम रेट 45 है, जबकि चार्जशीट रेट 59.9 फीसदी है। हिमालयी राज्यों में सबसे कम अपराध नागालैंड में हुए। वहां तीन साल में यहां 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों के साथ केवल 51 घटनाएं रिकॉर्ड हुई।

दहेज हत्या में भी चिंताजनक स्थितिः रिपोर्ट के मुताबिक उत्तराखंड में 2021 से 2023 के बीच 48 महिलाओं की दहेज के लिए हत्या के मामले सामने आए। हिमाचल, मेघालय, त्रिपुरा, मणिपुर, अरुणाचल, मिजोरम, नागालैंड और सिक्किम में उत्तराखंड के मुकाबले आधे मामले भी दर्ज नहीं हुए। ये आंकड़े सभी की चिंता बढ़ा रहे हैं।

694 बच्चों एवं किशोरों का अपहरण

बच्चों और किशोरों के अपहरण के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं। 2021 से 2023 के बीच 694 बच्चों व किशोरों का उत्तराखंड में अपहरण हुआ। 60 से अधिक बच्चो की रिकवरी हुई। असम में सर्वाधिक 1700 से अधिक बच्चों व किशोरों का अपहरण हुआ। इनमें लड़के व लड़कियां दोनों शामिल है।

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