

भोंपूराम खबरी। हाल ही में राजकीय शिक्षक संघ, जनपद टिहरी गढ़वाल की ओर से जिला अध्यक्ष / संरक्षक / जिला मंत्री द्वारा दिनांक 11 मार्च 2025 को प्रेषित पत्र (संख्या 111) के माध्यम से एक अत्यंत गंभीर एवं संवेदनशील मुद्दे की ओर ध्यान आकर्षित किया गया है। पत्र में उल्लेख किया गया है कि कुछ तथाकथित पत्रकार एवं स्वयंभू सामाजिक कार्यकर्ता विद्यालय परिसरों में अनधिकृत रूप से प्रवेश कर रहे हैं, और शिक्षण प्रक्रिया में अनावश्यक हस्तक्षेप कर रहे हैं।

इन व्यक्तियों द्वारा माइक और कैमरा लेकर विद्यालयों एवं कक्षा-कक्षों में प्रवेश कर प्रधानाचार्यों, शिक्षकों, कर्मचारियों एवं छात्रों से अनुचित तरीके से प्रश्न पूछे जा रहे हैं। साथ ही, वे वीडियो रिकॉर्डिंग, तथाकथित ‘जांच’ तथा दस्तावेजों का निरीक्षण करने जैसे कृत्य भी कर रहे हैं। यह सब कुछ अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर किया जा रहा है, परंतु यह व्यवहार न केवल अनुचित है, बल्कि विद्यालय के शांतिपूर्ण वातावरण, शिक्षण कार्य एवं बच्चों की मनःस्थिति पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालता है।
विद्यालयों में कैमरे और लाइव प्रसारण जैसी गतिविधियों के कारण कई शिक्षक व छात्र असहज महसूस करते हैं। इससे शिक्षण कार्य में व्यवधान उत्पन्न होता है और विद्यालय की गरिमा को भी ठेस पहुंचती है।
इस संदर्भ में यह स्पष्ट निर्देशित किया जाता है कि—
किसी भी अनधिकृत व्यक्ति को विद्यालय परिसर में प्रवेश की अनुमति न दी जाए, जब तक कि अधोहस्ताक्षरी या विभागीय उच्चाधिकारियों की पूर्व अनुमति प्राप्त न हो।
विद्यालय प्रमुखों को निर्देशित किया जाता है कि वे अपने-अपने विद्यालयों में प्रवेश नियंत्रण के लिए आवश्यक सतर्कता बरतें और किसी भी संदिग्ध या अनधिकृत गतिविधि की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें।
यह आदेश विद्यालयों में अनुशासन बनाए रखने, विद्यार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा शिक्षण कार्य को निर्बाध रूप से संचालित करने के उद्देश्य से जारी किया जा रहा है।