

भोंपूराम खबरी। आज जनपदीय पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक में पशु क्रूरता रोकथाम और सुप्रीम कोर्ट के ABC 2023 नियम (Sterilization – Vaccination – Return of Dogs) के प्रभावी क्रियान्वयन पर अभियान शांतिपूर्व रैली हुई। समिति ने सर्वोच्च न्यायालय द्वारा इस आदेश को लागू करवाने के लिए आभार व्यक्त किया तथा भविष्य में पशु क्रूरता रोकथाम हेतु और कठोर निर्णय लेने का सुझाव दिया।

समिति ने कहा कि कुत्ते भारतीय संस्कृति का हिस्सा हैं।
समिति संयोजक प्रथम बिष्ट ने कहा –
“जब हम वसुधैव कुटुंबकम् की बात करते हैं तो पूरी धरती को एक परिवार मानते हैं। हमारी संस्कृति में ‘पहली रोटी कुत्ते की, आखिरी रोटी गाय की’ का नारा है और यह जीवित रहना चाहिए।”
साथ ही समिति ने यह भी स्पष्ट किया कि मानव सुरक्षा सर्वोपरि है। इसी कारण सुप्रीम कोर्ट ने नसबंदी और टीकाकरण की गति बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
⚖ आक्रामक कुत्तों पर स्पष्टता
दिल्ली हाईकोर्ट और सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व आदेशों के अनुसार –
केवल भौंकना, वाहनों का पीछा करना या हल्का काट लेना आक्रामकता नहीं है।
बिना उकसावे के बार-बार काटना ही आक्रामक व्यवहार माना जाएगा।
WHO व OIE (अंतरराष्ट्रीय मानक) के अनुसार –
केवल रेबीज़ से पीड़ित कुत्तों को ही शेल्टर होम में रखा जाएगा।
🚩 उपलब्धियाँ और आगामी योजनाएँ
दिसंबर 2024 में समिति ने फीडिंग पॉइंट्स का प्रस्ताव DM महोदय को प्रस्तुत किया था। मई 2025 में बोर्ड तैयार हो गए हैं और अब जल्द ही उनकी स्थापना होगी।
अब तक नगर निगम और HSI द्वारा लगभग 4700 कुत्तों का ABC (Animal Birth Control) पूरा किया जा चुका है।
अनुमानतः अब केवल 3000–3500 कुत्ते शेष हैं, जिन्हें शीघ्र ही नसबंदी व टीकाकरण में शामिल किया जाएगा।
समिति ने बताया कि रेबीज़ केवल संक्रमित पशु से फैलता है, हर पशु से नहीं।
वर्ष 2022 से 2025 तक संसद में Zero Rabies Case Reports प्रस्तुत हुए हैं। दिल्ली, गोवा और अन्य शहरों में जागरूकता के चलते उल्लेखनीय गिरावट दर्ज हुई है।
समिति ने आश्वासन दिया कि शहर को रेबीज़-फ्री रखने के लिए हर वर्ष सामूहिक टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा।
✦ इस अवसर पर गूंजे नारे ✦
“आवारा नहीं, हमारा नारा लगाइए”
“जीव-दया करो”
“आज़ादी का हक सबका है”
✦ इस अभियान से जुड़े प्रमुख लोग ✦
प्रथम बिष्ट, डॉ. अलका सिन्हा, अरुण अरोड़ा, मनीष, सुखवीर राठौर, सपना सिन्हा, ममता जीना, रेनू जुनेजा, मोहित पंत, विमला,गुरप्रीत, रीना मलिक, चीना शर्मा,सिम्मी, दलजीत कौर, गुरविंदर कौर, वंदना रॉय, माही, हेमा नेगी, कपिल बत्रा, संजीव अरोड़ा, हरी नंद, मन ठाकुर , एवं अन्य समाजसेवी।
—