
संवाददाता राजेश पसरिचा की रिपोर्ट!!

भोंपूराम खबरी। देवभूमि उत्तराखंड जहां कभी हर कोई खुद को सुरक्षित महसूस कर चैन की नींद लेते थे लेकिन आज इसी उत्तराखंड में हर कोई खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है। दरअसल देवभूमि उत्तराखंड में पिछले काफी समय से बढ़ रही अपराधिक घटनाओं ने कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां आए दिन बड़ी वारदातों की खबरों से हर कोई दहशत में जी रहा है। वहीं उत्तराखंड में बढ़ रहे अवैध नशे के करोबार, अवैध खनन, जैसे बड़े पैमाने पर कारोबार करने वालों पर भी कोई लगाम नहीं लग पा रही है। जिससे अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वालों में कानून का कोई डर नहीं रह गया। जो सरेआम कानून को ठेंगा दिखाते हुए अपने अवैध कार्यों को अंजाम दे रहे हैं। वहीं व्यापारी वर्ग से लेकर महिलाएं बच्चे भी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। जहां उत्तराखंड सरकार व पुलिस प्रशासन द्वारा कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने में तरह तरह से अभियान चलाए जाते हैं तो वहीं कहीं न कहीं अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वालों में कानून का कोई भय नहीं देखा जा रहा। अक्सर देखा जाता है कि कई थानों चौकियों में तैनात अधिकारियों द्वारा आने वाले पीड़ितों की शिकायत पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता जिससे पीड़ित को मदद की बजाय निराशा हाथ लगती है इसी कारणों से अपराधयों के हौसले इतने बुलंद होते जा रहे हैं कि सरेआम अपराध कर कानून की धज्जियां उड़ाते देखे जाते हैं।
प्रदेश में कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने में पुलिस प्रशासन के उच्च अधिकारीयों को जनपदों के समस्त थाना क्षेत्रों में भ्रमण कर आम जनता तक पहुंच कर कानून व्यवस्थाओं की जानकारी लेनी होगी। जिससे व्यवस्थाओं में सुधार हेतु निर्देशित किया जाए। व आम आदमी खुद को सुरक्षित महसूस कर सके व पुलिस के प्रति भरोसा भी कायम रहेगा।


