भोंपूराम खबरी रुद्रपुर। पंतनगर औद्योगिक आस्थान में उत्पादनरत एक कंपनी के प्रबंधन पर पहले खुद को दिवालिया घोषित करने और बाद में पुनः निर्माण कार्य शुरू करने के मामले की जांच करने को लेकर भाईचारा एकता मंच ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। इस पूरे मामले में जिलाधिकारी से जांच कराने और कार्रवाई की मांग को लेकर ज्ञापन दिया है।
मच के केंद्रीय अध्यक्ष केपी गंगवार ने कहा कि पंतनगर सिडकुल में स्थापित एक प्लाईवुड कम्पनी ने स्वयं को दिवालिया दिखाकर पहले तो छोटे व्यापारियों व श्रमिकों का पैसा हजम कर लिया और बाद में खेल खेलकर स्वयं फैक्ट्री चलाने की अनुमति भी ले ली। उनके अनुसार सिडकुल स्थित इस प्लाईवुड फैक्ट्री में उत्पादन आज भी चालू है। गंगवार ने आरोप लगाया कि इस प्लाईवुड फैक्ट्री 2016 में दिवालिया घोषित हुई और बाद में उसके निदेशक को पुनः संचालन की अनुमति मिल गई। जबकि नियमानुसार दिवालिया घोषित हुई कंपनी के वर्तमान प्रमोटर व निदेशक को इंडस्ट्री चलाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। दिवालिया के खेल में सिडकुल की इस प्लाईवुड कंपनी ने श्रमिकों के इपीएफ ईएसआई व अन्य लेनदारों समेत छोटे व्यापारियों के करोड़ों रुपए को गबन कर लिया। इतना ही नहीं सिडकुल की कई अन्य कंपनियां भी इसी तरह का खेल खेलने की तैयारी में हैं। गंगवार ने पूरे मामले में जिलाधिकारी समेत भारत सरकार और राज्य सरकार को पत्र लिखकर कार्यवाही की मांग की है। जिलाधिकारी ने पूरे मामले में शासन से बात कर उच्च स्तरीय जांच कर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है। साथ ही कार्यवाही ना होने की स्थिति में संगठन ने आंदोलन करने की रणनीति बनाई है। ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अवतार सिंह बिष्ट, प्रदेश सचिव पूरन चंद्र भट्ट, जिले की महिला उपाध्यक्ष ममता श्रीवास्तव समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे।