भोंपूराम खबरी, रुद्रपुर। प्रकाश का पर्व होने के साथ दीपावली सफाई स्वच्छता का पर्व भी है। जिमसे घरों व दुकानों में वर्ष भर की जमा गंदगी व कूड़ा कचरा दीपावली के दिनों में ही बाहर निकलता है। जिससे सड़कों पर कूड़े के अंबार लग जाता है, जिससे सफाई कर्मियों का काम कई गुना बढ़ जाता है। दीपावली के बाद भी अगले दिन की सड़कों की स्थिति देखने लायक होती है, जिसमे शहर को स्वक्छ रखने का जिम्मा एक बार फिर सफाई कर्मियों को दिया जाता है।
धार्मिक मान्यता हैं कि दीपावली की रात भ्रमण करने वाली लक्ष्मी जी उन्हीं घरों में रहती हैं, जो साफ सुथरे होते हैं। इसलिए दीपावली सफाई व स्वच्छता का पर्व बन गया। वहीं वैज्ञानिक आधार पर सफाई स्वच्छता तो सदैव की सकारात्मक होती है। गर्मी व वर्षा के बाद वातावरण में तमाम विषाणु हो जाते हैं। दीपावली पर घरों की सफाई स्वच्छता से वह विषाणु नष्ट होते हैं। जब घरों व दुकानों मे वार्षिक सफाई होती है, तो प्रतिदिन सड़कों पर कूड़ा कचरा का अंबार हो जाता है, जो सामान्य दिनों के मुकाबले कई गुना होता है। सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सोनू ने बताया कि आपदा के बाद से ही सफाई कर्मचारियों को काफी मेहनत करनी पड़ी साथ ही दीपावली और शुक्रवार को भी सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए सफाई कर्मचारियों को काफी मशक्क्त करनी पड़ी है। उन्होंने बताया कि शहर में सफाई व्यवस्था वीरपाल,अजय,राजपाल,शौरभ और राजेश की निगरानी में कराई जा रही है।