भोंपूराम खबरी,रुद्रपुर। शुभं करोति कल्याणं आरोग्यं धनसंपदा। शत्रुबुद्धि-विनाशाय दीपज्योती नमोस्तुते !! कल को दीपावली का पर्व मनाया जाएगा। प्रत्येक वर्ष कार्तिक माह की अमावस्या तिथि को दीपावली का पर्व मनाया जाता है। ज्योतिषाचार्य मंजू जोशी के मुताबिक इस वर्ष दीपावली पर कुछ दुर्लभ संयोग बन रहे है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष दीपावली पर गुरु पुष्यामृत महा योग का निर्माण भी हो रहा है जो कि अत्यंत शुभ माना जाता है। जोशी के अनुसार दीपावली पर चार ग्रह तुला राशि में विराजमान रहेंगे सूर्य, मंगल, बुध और चंद्रमा। तुला राशि में चार ग्रहों के रहने से शुभ फल की प्राप्ति होगी।
उन्होंने बताया कि शास्त्रानुसार सूर्य देव ग्रहों के राजा माने जाते हैं, मंगल को सेनापति, बुध को ग्रहों का राजकुमार और चंद्रमा को मन का कारक माना गया है। जिससे इस वर्ष दीपावली देश,सेना, राजनेता और घर-परिवार सभी के लिए अत्यंत शुभ फल प्रदान करने वाली है। आध्यात्मिक रूप से दीपावली पर्व अंधकार पर प्रकाश की विजय को दर्शाता है। जोशी के मुताबिक अमावस्या तिथि गुरुवार को सुबह 06 बजकर 06 मिनट से प्रारंभ होकर रात्रि को 02 बजकर 47 मिनट पर समाप्त होगी। उन्होंने बताया कि लक्ष्मी पूजन मुहूर्त शाम 06 बजकर 09 मिनट से रात 08 बजकर 20 मिनट तक है। जोशी के मुताबिक दीपावली पर्व पर 13 दीपक जलाना शुभ माना जाता है इसके अतिरिक्त एक दीपक गाय के घी का जिसकी चार बत्तियां हो मंदिर में पूर्ण रात्रि(अखण्ड ज्योति) जलना शुभ माना जाता है। प्रथम दीपक मंदिर में दूसरा दीपक रसोई घर में वह तीसरा दीपक तुलसी पर प्रज्वलित करें। बाकी दीपक पूरे घर में जलाएं। एक दीपक पितरों को समर्पित करें, दो मुख्य द्वार पर ,नल के समीप रखें दीपक,बेल के पेड़ के नीचे दीपक जलाने महादेव प्रसन्न होते हैं। जोशी ने बताया कि प्रसन्नता, धन-धान्य, संपदा, आरोग्य के लिए देवी लक्ष्मी के सूक्त मंत्र का पाठ कर घी के दीपक से आरती करते हुए पूरे घर पर खीले का छिड़काव करना चाहिए।