

भोंपूराम खबरी। ऋषिकेश में उस वक्त एक दर्दनाक हादसा हो गया जब गंगा नदी के तेज बहाव में एक पति-पत्नी बह गए। घटना के बाद एसडीआरएफ और पुलिस की टीम द्वारा लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है, लेकिन अब तक दोनों का कोई सुराग नहीं मिला है।

जानकारी के मुताबिक, 26 वर्षीय पिंटू और उनकी 25 वर्षीय पत्नी लक्ष्मी, रोज की तरह दिहाड़ी मजदूरी कर लौट रहे थे। दोनों त्रिवेणी घाट से होते हुए चंद्रेश्वर नगर स्थित अपने किराए के कमरे की ओर जा रहे थे। रास्ते में उन्हें बरसाती नदी चंद्रभागा को पार करना पड़ा, जो इस समय गंगा से मिल रही है और पानी का बहाव तेज है।
जैसे ही वे टी-पॉइंट पर नदी पार कर रहे थे, अचानक लक्ष्मी का पैर फिसल गया और वह गंगा की ओर बहने लगी। अपनी पत्नी को डूबता देख पिंटू ने बिना देर किए नदी में छलांग लगा दी, लेकिन वह भी गंगा के तेज बहाव में फंस गया और दोनों बहते चले गए।
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस और एसडीआरएफ को सूचना दी। एसडीआरएफ के इंस्पेक्टर कविंद्र सजवान ने बताया कि घटनास्थल से लेकर बैराज तक सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। हालांकि, गंगा का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है, जिससे बचाव कार्य में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
त्रिवेणी घाट चौकी प्रभारी विनेश कुमार के अनुसार, पिंटू और लक्ष्मी मूल रूप से हाथरस (उत्तर प्रदेश) के रहने वाले हैं और ऋषिकेश के चंद्रेश्वर नगर में किराये पर रहते थे। दोनों पति-पत्नी रोज मजदूरी कर अपने परिवार का पालन कर रहे थे।
प्रशासन ने बारिश और उफनती नदियों के चलते लोगों से अपील की है कि वे जल स्रोतों के पास जाने से बचें, खासकर ऐसे स्थानों पर जहां बहाव तेज हो।
एसडीआरएफ की टीम लगातार राहत और खोजबीन कार्य में जुटी है और जल्द से जल्द लापता दंपति को खोजने के प्रयास किए जा रहे हैं।