Wednesday, March 19, 2025

उत्तराखंड में इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस का बढ़ा क्रेज़, एक साल में 414 परमिट जारी

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भोंपूराम खबरी। विदेशों में वाहन चलाने के प्रति उत्तराखंड के लोगों का रुझान तेजी से बढ़ रहा है। वर्ष 2024 में कुमाऊँ संभागीय परिवहन विभाग ने नैनीताल, ऊधम सिंह नगर और चंपावत के कुल 414 लोगों को इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट (IDP) जारी किए हैं, जिनमें 52 महिलाएं भी शामिल हैं। इनमें सबसे अधिक इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस ऊधम सिंह नगर के लोगों ने बनवाए हैं। संभागीय परिवहन कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2024 में काशीपुर आरटीओ से 124, रुद्रपुर से 139, हल्द्वानी से 121 और टनकपुर से 28 इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस जारी हुए हैं। इस साल जनवरी से फरवरी 2025 तक अब तक 14 लोगों को इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस मिल चुके हैं। खासकर ऊधम सिंह नगर के काशीपुर और रुद्रपुर से सिख समुदाय के लोग बड़ी संख्या में कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और न्यूजीलैंड जैसे देशों में जाते हैं, जिसके चलते इस क्षेत्र में इंटरनेशनल लाइसेंस बनवाने का क्रेज सबसे अधिक देखा जा रहा है

आरटीओ प्रशासन संदीप सैनी ने बताया कि विदेशों में वाहन चलाने के लिए इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन की सुविधा दी गई है। इस लाइसेंस के जरिए कई देशों में गाड़ी किराए पर आसानी से मिल जाती है और वहां पर वाहन चलाने की भी अनुमति मिलती है। नौकरी और पढ़ाई के लिए विदेश जाने वाले युवाओं में भी इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस का चलन तेजी से बढ़ रहा है। संभागीय परिवहन विभाग के अनुसार, इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने के लिए भारत में बने ड्राइविंग लाइसेंस की प्रति, पासपोर्ट, वीजा की प्रति, यात्रा के टिकट, आयु और निवास प्रमाण पत्र, भारतीय नागरिकता प्रमाण पत्र और मेडिकल सर्टिफिकेट की आवश्यकता होती है। इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस की वैधता एक साल तक होती है। आरटीओ हल्द्वानी ने बताया कि सभी दस्तावेज पूरे होने पर लाइसेंस शीघ्र जारी किया जाता है।

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