
भोंपूराम खबरी। आगरा के गांव नौमील स्थित पैरा ड्रापिंग जोन में शुक्रवार को हादसे में एयरफोर्स के जूनियर वारंट ऑफिसर मंजूनाथ की मौत हो गई। शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

एएन-32 से 12 जवानों के साथ लगाई थी छलांग
घटना सुबह करीब 9 बजे की है। एनएन-32 से 12 जवानों ने नियमित प्रशिक्षण जंप की थी। 11 जवान वापस मैदान पर आ गए। लेकिन शिमोगा (कर्नाटक) के संकूरू, भीमनाकेरे निवासी जूनियर वारंट ऑफिसर मंजूनाथ लापता थे। इसके बाद एयरफोर्स कर्मियों में खलबली मच गई। पुलिस को जानकारी दी गई। सेना की टीम और पुलिस मंजूनाथ की तलाश में जुट गई। पैरा ड्रापिंग जोन के आसपास सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। मलपुरा पुलिस के अनुसार गांव सुतेंडी में किसान राम जीवन के गेहूं के खत में मंजूनाथ पड़े मिले। उन्हें मिलिट्री हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
4 माह पहले हुआ था ट्रांसफर
पुलिस के मुताबिक, मंजूनाथ चार माह पहले ही हिंडन एयरबेस से स्थानांतरण पर आगरा आए थे। सरकारी आवास में अपनी पत्नी के साथ रहते थे। पुलिस का कहना है कि आशंका व्यक्त की जा रही है कि पैराशूट नहीं खुलने से हादसा हुआ। इसकी जांच एयरफोर्स अपने स्तर से करती है। पुलिस का इस जांच से कोई लेना-देना नहीं रहता है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। हादसे की सूचना पर एसीपी सैंया देवेश सिंह फोर्स के साथ मौके पर आ गए थे। एयरफोर्स की टीम ने भी घटना स्थल का निरीक्षण किया।
पैराशूट जंपिंग के दौरान पहले भी हो चुके हैं हादसे
मलपुरा के पैरा ड्रापिंग जोन में पैराशूट जंपिंग के दौरान पहले भी हादसे हो चुके हैं। बीते छह सालों में ही चार जवानों की मौत हो चुकी है। मई 2023 में कमांडो का पैराशूट हाई टेंशन लाइन में उलझ गया था। उनकी मौत हो गई। घटना यह थी कि मलपुरा के ड्राप जोन से दूर हाइटेंशन लाइन में एक कमांडो का पैराशूट उलझ गया। उसके बाद हाईटेंशन लाइन से कमांडो नीचे गिर गया था। कमांडो अंकुर शर्मा की इस हादसे में मौत हुई थी।
2018 में 11 हजार फुट की ऊंचाई से गिर गया था जवान
इससे पूर्व नंवबर 2018 में भी हादसा हुआ था। मलपुरा के गामरी स्थित पैरा ड्रापिंग जोन में 11 हजार फुट की ऊंचाई से गिरने से पैरा ब्रिगेड के जवान हरदीप सिंह (26) की मौत हो गई थी। बताया गया था कि उनका पैराशूट नहीं खुला था। वह हेलिकॉप्टर से सीधे जमीन पर आकर गिरे थे।