भोंपूराम खबरी। स्कूली बच्चों की एक करोड़ रुपये से अधिक फीस के गबन का मामला सामने आया है। ये मामला उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित एक निजी स्कूल का है। स्कूल प्रबंधक के मुताबिक लेखा प्रभारी (क्लर्क) अनुराधा ने फर्जी फीस रसीद तैयार कर अभिभावकों से तो फीस ले ली, लेकिन स्कूल प्रबंधन को बताया कि अभिभावकों ने फीस नहीं दी है। इस मामले में एसपी अमित श्रीवास्तव ने पुलिस अफसरों को जांच के आदेश दिए थे। कोतवाल अमरजीत सिंह की टीम ने फीस रसीदों, रजिस्टरों, बैंक स्टेटमेंट, अभिभावकों व बच्चों के बयान दर्ज कर मामले की जांच आगे बढ़ाई तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। उसके बाद अनुराधा को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही पुलिस इस मामले में लिप्त अन्य लोगों की भूमिका की जांच भी कर रही है। जल्द ही फीस घोटाले में कुछ और नाम सामने आ सकते हैं।
सीए की जांच में हुआ खुलासा
क्लर्क अनुराधा ने फर्जी फीस रसीद तैयार कर अभिभावकों से तो फीस ले ली। लेकिन स्कूल प्रबंधन को बताया कि अभिभावकों ने फीस नहीं दी है। उन्होंने फीस जमा करने के लिए समय मांगा है। जब लगातार कुछ छात्रों की फीस बकाया होने लगी तो प्रधानाचार्य ने बच्चों के अभिभावकों से संपर्क किया, जिससे धोखाधड़ी का खुलासा हुआ। देहरादून की एक चार्टेड एकाउंटेंट फर्म से स्कूल की बैलेंस सीट तैयार कराने पर इस गबन का खुलासा हो गया। अनुराधा पर साल 2017 से 2024 तक बच्चों की फीस की धनराशि के गबन का आरोप है।